भारत और श्रीलंका के मछुआरों के प्रतिनिधियों ने 27 जनवरी को चेन्नई में बैठक बुलायी। उन्होंने मछली पकड़ने के अधिकार पर विचार-विमर्श किया। दोनों देश लंबे समय से इस मुद्दे से परेशान हैं।
एक दिवसीय बैठक में दोनों पक्षों ने पल्क खाड़ी में मछली पकड़ने के मुद्दे पर समाधान पेश किया। लेकिन इन समाधानों को दोनों देशों की सरकारी विभागों की मंजूरी नहीं मिली।
श्रीलंका के मछुआरों के प्रतिनिधियों ने बैठक के बाद भारतीय मीडिया से कहा कि दोनों पक्षों ने बैठक में व्यापक चर्चा की, यहां तक कि कुछ प्रतिबंधित सवालों पर भी विचार किया गया।
15 जनवरी को श्रीलंका और भारत ने मत्स्य पालन पर मंत्रिस्तरीय विचार-विमर्श किया। दोनों पक्षों ने नजरबंद सभी मछुआरों की रिहाई पर सहमति जतायी, जिनमें 160 श्रीलंकाई मछुआरे और 236 भारतीय मछुआरे शामिल हैं।
(मीनू)