कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 27 जनवरी को कहा कि भारत की राजनीतिक व्यवस्था में कई खामियां मौजूद है ,जिसे जल्दी ही सुधारने की जरूरत है।
एक स्थानीय टीवी के साथ हुए साक्षात्कार में राहुल ने कहा कि भारत की राजनीतिक व्यवस्था में एक बड़ी समस्या है कि अधिकतर अधिकार गिने चुने व्यक्तियों के हाथ में है। उदाहरण के लिए विभिन्न प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के पास असीमित अधिकार हैं, जबकि जनता को राजनीति में असली रूप से भाग लेने का अवसर नहीं मिलता। इस तरह लोकतांत्रिक अधिकार लागू नहीं किया जा सकता।
उनके विचार में वर्तमान चुनाव व्यवस्था में किसी हद तक सतही तौर पर राजनीतिक संघर्ष की विशेषता नजर आती है, जो जनता की आवाज और मांग को राजनीतिक जीवन में नहीं ला सकता। इसी कारण वो कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की हैसियत से लोकसभा चुनाव में भाग नहीं लेंगे।
राहुल ने कहा कि अगर कांग्रेस आम चुनाव में जीत जाती है ,तो वे अवश्य ही नई सरकार के प्रधान का पद संभालेंगे। अगर कांग्रेस हार गई ,तो वे इसकी जिम्मेदारी उठाएंगे।