25 जनवरी को समाप्त चार दिवसीय शीतकालीन दावोस विश्व आर्थिक मंच में चीनी अर्थव्यवस्था पर ज्यादा ध्यान केंद्रित हुआ।
भविष्य में चीन की आर्थिक वृद्धि की चर्चा करते हुए जापानी केंद्रीय बैंक के निदेशक कुरोदा हिगाशिहिको ने कहा कि चीन, भारत और इंडोनेशिया जैसे नवोदित आर्थिक समुदायों की आर्थिक वृद्धि गति ऊंचे स्तर पर बरकरार रहेगी, यहां तक कि गति और तेज़ होगी।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के उप महानिदेशक चू मिन ने लेख प्रकाशित कर कहा कि हम चीनी अर्थव्यवस्था की वृद्धि उचित रूप से धीमी करने का स्वागत हैं। चीनी पूंजी का एक बार संतुलन कई देशों पर उल्लेखनीय और दूरगामी असर डालेगा।
वहीं विश्व बैंक के निदेशक किम योंग का कहना है कि चीनी बाज़ार में जल्द ही किए जाने वाले सुधार से मध्यम और लंबे समय में चीन और विश्व को लाभ मिलेगा।
(श्याओ थांग)