27 जनवरी को चीन-फ्रांस राजनयिक संबंध स्थापना की 50वीं वर्षगांठ है। चीनी सरकारी मुख पत्र जन दैनिक ने इस पर विशेष संस्करण जारी किया। चीनी और फ्रांसीसी विदेश मंत्रियों और राजदूतों ने अलग अलग लेख जारी जारी कर कहा कि चीन और फ्रांस को सहयोग मजबूत करना चाहिये ताकि 21 वीं सदी की चुनौतियों का मुकाबला किया जा सके।
चीनी विदेश मंत्री वांग यी और फ्रांसीसी विदेश मंत्री फाबियूस ने संयुक्त रूप से जारी "21 वीं सदी में चुनौती के मुकाबले के लिये चीन और फ्रांस का मिलन" शीर्षक लेख में कहा कि पिछले 50 सालों से अब तक दोनों देशों के बीच राजनीतिक विश्वास बढा है, आर्थिक और व्यापारिक संबंध घनिष्ठ हुए हैं, और दुनिया को अधिक संतुलित और विकसित कर रहे हैं। 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में चीन और फ्रांस को लाभदायक सहयोग संबंध तथा दुनिया की शांति व समृद्धि आगे बढ़ाना चाहिये।
चीन स्थित फ्रांसीसी राजदूत बेर्मान ने"सहयोग और विकास और बढाना" शीर्षक लेख में कहा कि 50 सालों से पहले जनरल चार्लेस द गाउले के ऐतिहासिक निर्णय से देशों के बीच वार्ता व आदान प्रदान बढा है। चीन लोक गणराज्य को मान्यता देने वाले पश्चिमी देश के रूप में फ्रांस चीन के संबंधों को विशेष तौर पर भारी महत्व देता है। अभी दोनों देशों ने चौतरफा रणनीतिक साझेदार संबंधों की स्थापना की है। आशा है कि 2014 में दोनों देश समझ और विश्वास और बढा सकेंगे।
फ्रांस स्थित चीनी राजदूत चाइ च्यू ने "सृजन करते हुए विकास करना" शीर्षक लेख में कहा कि जब तक चीन और फ्रांस स्वतंत्रता और सृजन के आधार पर समानता कर साथ मिलाएंगे, तब तक चीन-फ्रांस संबंध मजबूत होते रहेंगे।
(रूपा)