चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता छिन कांग ने 24 जनवरी को चीन के प्रति संसद में जापानी प्रधानमंत्री द्वारा दिये भाषण की चर्चा में कहा कि चीन ने इस बात पर कड़ा असंतोष प्रकट किया है कि जापानी नेता ने फिर एक बार खुले तौर पर किसी कारण के बिना चीन की आलोचना की है।
जापानी प्रधानमंत्री शिन्जो अबे ने संसद में भाषण देते हुए चीन की आलोचना की थी और कहा था कि चीन ने एकतरफ़ा वायु पहचान क्षेत्र की स्थापना की है, त्याओ यू द्वीप के आसपास तथाकथित जापानी समुद्र में प्रवेश किया। उन्होंने कहा कि जापान शक्ति से वर्तमान स्थित को बदलने को स्वीकार नहीं करेगा और लगातार धैर्य के साथ इसका मुकाबला करेगा। साथ ही अबे ने यह भी कहा है कि जापान में चीन के साथ वार्ता करने का द्वार हमेशा खुला है। वे दोनों देशों के संबंधों को सुधारने का प्रयास करेंगे।
इस के प्रति छिन कांग ने कहा कि पहला, चीन के पूर्वी समुद्र पर वायु पहचान क्षेत्र की स्थापना बिलकुल वैध है। जापान को इस पर गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है। दूसरा, त्याओयू द्वीप के मामले पर जापान ने कई बार संघर्ष करके चीन की प्रादेशिक प्रभुसत्ता पर आक्रमण किया है। चीन लगातार जरूरी कदम उठाकर त्याओयू द्वीप की रक्षा करेगा। और तीसरा, जापानी नेता ने अपने आक्रामक इतिहास पर अच्छी तरह से विचार नहीं किया और वास्तविक कार्रवाई से चीन के साथ वार्ता करने का द्वार बंद कर दिया। चीन ने जापानी नेता से अपना रुख बदलकर गलती को स्वीकार कर सही रास्ते पर वापस लौटने का आग्रह किया। (चंद्रिमा)