इतिहास का ठीक से सामना कर सबक लेने से ही जापान के एशियाई पड़ोसी देशों के साथ सबंध सुधर जाएंगे। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता छिंग कांग ने 23 जनवरी को यह बात कही।
रिपोर्ट के अनुसार जापानी प्रधानमंत्री शिनज़ो अबे ने दावोस मंच पर कहा कि चीन और दक्षिण कोरिया की जनता की भावना को हानि पहुंचाने की चाहत के बिना यासुकुनी मंदिर में जापान को बलिदान देने वाले लोगों का आदर करने के लिये पूजा की जाती है। इसके संदर्भ में छिंग कांग ने कहा कि यासुकुनी मंदिर जापानी सैन्यवाद का प्रतिक है, जिसमें पूजा किये गये ए-क्लास युद्ध अपराधी पूर्व के नाज़ी हैं।(लिली)