वांग ई ने कहा कि चीन 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड में आयोजित होने वाले सीरिया मुद्दे से जुड़े दूसरे जिनेवा सम्मेलन का स्वागत व समर्थन देता है। यह राजनीतिक तरीके से सीरिया मामले का समाधान करने का एक महत्वपूर्ण मौका है। इस सम्मेलन में पांच सिद्धांतों पर कायम रहना चाहिये। यानी राजनीतिक तरीके से सीरिया मामले का समाधान करना, सीरियाई जनता द्वारा अपने देश का भविष्य तय करना। वहीं समावेशी राजनीतिक संक्रमण प्रक्रिया को मजबूत करना, सीरिया में राष्ट्रीय सुलह व एकता को पूरा करना, और सीरिया व पड़ोसी देशों में मानवीय सहायता देना।
वांग ई ने जोर देते हुए कहा कि जिनेवा सम्मेलन वार्ता शुरू करने का एक द्योतक है। उसे एक निरंतर प्रक्रिया बनना चाहिये। इसके प्रति स्पष्ट व्यवस्था की स्थापना करने की ज़रूरत है। ताकि वार्ता में गतिरोध न आए और राजनीतिक कोशिश भी नहीं रुक सके। वांग ई ने कहा कि सीरिया के विभिन्न पक्षों के बीच रुखों व मांगों में मतभेद व अंतर्विरोध मौजूद हैं। चीन को आशा है कि सीरिया के विभिन्न पक्ष अपने देश के भविष्य और सीरियाई जनता के सामूहिक हितों की दृष्टि से राजनीतिक इच्छा प्रकट करके अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों से प्राप्त रचनात्मक अनुभवों से लाभ उठाकर अपने देश की स्थिति के अनुकूल विभिन्न पक्षों के हित में सही रास्ता ढूंढेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेइ ने 20 जनवरी को यह घोषणा की कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के निमंत्रण पर वांग ई 22 जनवरी को स्विट्जरलैंड जाकर सीरिया संबंधी दूसरे जिनेवा सम्मेलन में भाग लेंगे।
चंद्रिमा