चीन के पारंपरिक वसंत त्योहार के आगमन पर चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 16 जनवरी को जर्मनी में पढ़ रहे चीनी छात्रों के नाम जवाबी-पत्र लिखकर शुभकामनाएं दीं। साथ ही पढ़ाई करने के बाद स्वदेश वापस लौटकर मातृभूमि और जनता की भलाई के लिए योगदान देने की अपील की।
शी चिनफिंग ने अपने पत्र में कहा:जर्मनी में पढ़ रहे सभी छात्रों, मुझे आप लोगों का पत्र हासिल हुआ। पत्रों से मुझे मातृभूमि के प्रति आपकी जोशपूर्ण भावना महसूस हुई। आपने लिखा कि पिछले सौ वर्षों में विदेशों में चीनी छात्रों के पढ़ने का इतिहास चीनी जनता का व्यक्तिगत सपना, शक्तिशाली देश का सपना और पुनरुत्थान के सपना का इतिहास है। चीनी राष्ट्र के महान पुनरुत्थान को बखूबी अंजाम देना 1 अरब 30 करोड़ चीनियों की समान अभिलाषा है। मुझे आशा है कि विदेशों में पढ़ रहे व्यापक चीनी छात्र अपना मूल्य दिखाकर चीन स्वप्न को साकार करने की कोशिश करेंगे और हमारे युग के लिए रंगारंग अध्याय लिखेंगे।
पारंपरिक चीनी घोड़ा वर्ष का वसंत त्योहार आने वाला है। मैं यहां विदेशों में पढ़ रहे सभी छात्रों और आपके परिजनों के प्रति हार्दिक अभिवादन करूंगा।
गौरतलब है कि 21 अक्तूबर 2013 को शी चिनफिंग ने डब्ल्युआरएसए (Western Returned Scholars Association) की स्थापना की सौवीं वर्षगांठ के मौके पर महत्वपूर्ण भाषण दिया। जिसको विदेशों में पढ़ रहे चीनी छात्रों का हार्दिक स्वागत मिला। जर्मनी में पढ़ रहे चीनी विद्यार्थियों ने शी चिनफिंग के नाम पत्र भेजा और व्यक्तिगत सपने, शक्तिशाली देश का सपना और पुनरुत्थान के सपने वाले अनुभव बताए।
(श्याओ थांग)