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भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 16 जनवरी को दिल्ली में भारत की यात्रा कर रही दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क गेउन हेई से वार्ता की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर विचार विमर्श किया और संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर भी किए।
मनमोहन सिंह और पार्क हेउन हेई ने वार्ता में मुख्यतः भारत और दक्षिण कोरिया के बीच आर्थिक व व्यापारिक निवेश, राजनीतिक व सुक्षा सहयोग और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग आदि मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था और व्यापार में दीर्घकालिक सहयोग पर चर्चा की और आर्थिक सहयोग का अनुभव शेयर करने पर सहमति हासिल की। उदाहरण के लिए दोनों पक्ष भारत-दक्षिण कोरिया आर्थिक साझेदारी समझौते में सुधार करने के जरिए माल और सेवा व्यापार बढ़ाने पर सहमत हुए। इसके लिए दोनों देशों ने 2014 की पहली छमाही में सियोल में वाणिज्य मंत्रियों के बीच वार्ता करने का फैसला किया।
इसके अलावा, भारत और दक्षिण कोरिया सीईओ मंच आयोजित करने पर भी सहमत हुए, जिसमें वाणिज्य और औद्योगिक आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर सुझाव पेश करेंगे। सुरक्षा और प्रतिरक्षा सहयोग में दोनों पक्षों ने सैन्य रहस्य गारंटी समझौते पर हस्ताक्षर किए और साल में एक बार राष्ट्रीय सुरक्षा संगठनों में आदान-प्रदान व्यवस्था स्थापित करने पर भी निर्णय लिया। आईटी और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी सहयोग के बारे में भारत और दक्षिण कोरिया ने संचार और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी ज्ञापन संपन्न किया और अनुसंधान कंपनियों व अकादमिक संस्थानों में संयुक्त अध्ययन करने पर सहमति भी हासिल की। दोनों पक्षों ने नाभिकीय ऊर्जा में नियमित आदान-प्रदान करने के साथ साथ सहयोग बढ़ाने की योजना भी बनाई। दोनों देशों का समान विचार है कि उत्तर कोरिया को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संबंधित नियमों में अपने कर्तव्य पूरा करने की जरूरत है।
भारतीय मीडिया ने मनमोहन सिंह और पार्क गेउन हेई के बीच वार्ता की व्यापक रिपोर्टें कीं। मीडिया का ध्यान मुख्य रूप से भारत में पोहांग आयरन एंड स्टील कंपनी लिमिटेड (पॉस्को) के निवेश पर केन्द्रित हुआ। बिजनेस स्टैंडर्ड इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारत और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच वार्ता से 8 सालों तक स्थगित परियोजना को आगे बढ़ाया गया है। यह भारत में सबसे बड़ी विदेशी प्रत्यक्ष पूंजी है। भारत दुनिया का चौथा इस्पात उत्पादक देश है। इस परियोजना के चहते आयरन निर्यात का विस्तार करने में भारत को मदद मिलेगी।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत-दक्षिण कोरिया संबंधों के विकास में पार्क गेउन हेई की यात्रा की सक्रिय भूमिका है। 2010 में दक्षिण कोरिया के तत्कालीन राष्ट्रपति ली म्योंग पाक ने भारत की यात्रा की, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध रणनीतिक साझेदारी तक बढ़े। पार्क गेउन हेई की यात्रा ली म्योंग पाक के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। डीएनए की वेबसाइट पर विश्लेषकों के हवाले से कहा गया है कि पार्क गेउन हेई की यात्रा से भारत-दक्षिण कोरिया संबंधों को नई शक्ति मिलेगी। आईएएनएस ने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच घनिष्ठ आवाजाही, विशेषकर सुरक्षा और प्रतिरक्षा में सहयोग के जरिए उत्तर-पूर्व एशिया में भारत की रणनीतिक भूमिका बढ़ेगी।