उत्तर कोरिया के राष्ट्रीय रक्षा आयोग ने 16 जनवरी को दक्षिण कोरिया को एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव दिया, जिसमें सुझाव था कि दोनों देशों 30 जनवरी से व्यावहारिक कार्रवाई करें, आपसी उत्तेजना और बदनामी रोके, एक दूसरे के खिलाफ सभी सैन्य शत्रुतापूर्ण कार्य पर लगाम लगाएं, परमाणु आपदा रोकने का उपाय करें। इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने कहा कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के होने वाले वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास सीधा उत्तेजनापूर्ण व्यवहार है। उत्तर कोरिया ने सैन्य अभ्यास रद्द करने का अनुरोध किया है। उधर, अमेरिकी विदेश विभाग ने उसी दिन इसका जवाब देते हुए कहा कि उत्तर कोरिया को अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करना चाहिए, और वर्ष 2005 में छह पक्षीय वार्ता के संयुक्त वक्तव्य का पालन करें।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेन प्साकी ने 16 जनवरी को कहा कि उत्तर कोरिया ने वर्ष 2005 में छह पक्षीय वार्ता के 9.19 संयुक्त वक्तव्य में सभी परमाणु हथियार और मौजूदा परमाणु कार्यक्रम का परित्याग करने का वादा किया था। अमेरिका उत्तरी कोरिया से अपने वादा निभाने का अनुरोध करता है।
वर्ष 2005 में छह पक्षीय वार्ता के संयुक्त वक्तव्य में उत्तर कोरिया ने सभी परमाणु हथियार और मौजूदा परमाणु कार्यक्रम का परित्याग करने का वादा किया था, ताकि जल्दी से परमाणु अप्रसार संधि में भाग ले सके। अमेरिका ने पुष्टि करते हुए कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में कोई परमाणु हथियार नहीं है, और उनकी किसी भी हथियार से उत्तर कोरिया पर आक्रमण करने की योजना नहीं है।
जेन प्साकी ने यह भी कहा कि अमेरिका बिल्कुल स्वीकार नहीं करता है कि उत्तर कोरिया एक परमाणु राज्य बने, और इसके साथ ही सैन्य अभ्यास भी रद्द नहीं करेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग लेई ने 16 जनवरी को संबंधित पक्षों से आपस में उत्तेजनापूर्ण कार्यवाही न करने और कोरियाई प्रायद्वीप में वर्तमान स्थिर स्थिति की रक्षा करने की अपील की। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका-दक्षिण कोरिया के बीच वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास रक्षा के लिए है, वे सैन्य अभ्यास जरूर करेंगे। (मीरा)