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चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं केंद्रीय अनुशासन जांच कमेटी का तीसरा पूर्णाधिवेशन 13 जनवरी को पेइचिंग उद्घाटित हुआ। 14 जनवरी को चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने पूर्णाधिवेशन में भाषण दिया और भ्रष्टाचार विरोधी तंत्र के सृजन और इसकी गारंटी के लिए व्यवस्था की स्थापना पर जोर दिया, ताकि देश में भ्रष्टाचार विरोधी स्थिति बरकरार रखी जा सके।
वर्ष 2013 में चीनी केंद्रीय सरकार ने भ्रष्टाचार से निपटने के लिए सिलसिलेवार सख्त नीतियां अपनाईं, जिनमें सरकारी दावत, सरकारी कर्मचारियों के गैर व्यक्तिगत वाहनों का प्रयोग, पटाखे विरोधी आदेश और सरकारी कर्मचारियों के धूम्रपान पाबंदी जैसे मुद्दे शामिल हैं। राष्ट्रीय सांख्यकी ब्यूरो द्वारा गत नवम्बर में किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि 87 प्रतिशत चीनी नागरिकों का विचार है कि देश में भ्रष्टाचार विरोधी कार्य अच्छी तरह किया जा रहा है। 14 जनवरी को आयोजित सम्मेलन में शी चिनफिंग ने भ्रष्टाचार विरोधी क्षेत्र में प्राप्त कामयाबियों का आकलन करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की स्थिति अब भी गंभीर है। उन्होंने कहा: "चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के सभी सदस्यों को भ्रष्टाचार से निपटने में दीर्घकाल, जटिलता और कठोरता को समझना होगा। हमें बीमारी को दूर करने के लिए तेज़ दवा खिलानी चाहिए, ताकि पार्टी का स्वच्छ शासन निर्माण और भ्रष्टाचार का खात्मा किया जा सके।"
शी चिनफिंग ने जोर देते हुए कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और जनता के बीच घनिष्ट संबंध को बनाए रखना स्थाई कार्य है, जिसे एक समाप्त करना असंभव है। इसी क्षेत्र पर हमें हमेशा ध्यान देने के साथ-साथ भ्रष्टाचार विरोधी कार्य पर लगातार जोर देना चाहिए, इसका शून्य सहनशीलता के साथ निपटारा किया जाना चाहिए। शी चिनफिंग ने कहा:"भ्रष्टाचार करने वाले व्यक्ति को गंभीरता के साथ सज़ा दी जानी चाहिए। समय से पहले छोटे से मामले पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। अगर बीमार हो, तो शीघ्र ही इसका इलाज किया जाए, सवाल पैदा हो, तो जल्द से जल्द निपटारा किया जाए। हरेक नेता के मन में ऐसा विचार रखा जाना चाहिए कि भ्रष्टाचार के क्षेत्र में कोई भाग्यशाली मौका नहीं होता।"
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने जोर देते हुए कहा कि देश में सुधार की गहराई के साथ-साथ पार्टी के स्वच्छ शासन और भ्रष्टाचार विरोधी संघर्ष को आगे बढ़ाया जाना चाहिए। पार्टी के अनुशासन जांच प्रणाली में सुधार किया जाए, भ्रष्टाचार विरोधी की तंत्र को संपूर्ण किया जाए। साथ ही अधिकारियों की निगरानी को मज़बूत किया जाए, ताकि विभिन्न स्तरीय अनुशासन जांच समेटी को रिलेटिव स्वतंत्रता और अधिकार प्राप्त हो सके। शी चिनफिंग ने कहा:"हमें संबंधित प्रतिबंधों पर जोर देने के साथ-साथ अधिकारियों का वैज्ञानिक रुप से बंदोबस्त करना चाहिए, ताकि वैज्ञानिक आधिकारिक ढांचा और प्रचलन व्यवस्था कायम हो सके। हमें संबंधित निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ नेताओं खासकर विभिन्न स्तरीय शीर्ष नेताओं के अधिकारों की निगरानी और नेताओं के भीतर एक-दूसरे की निगरानी करनी चाहिए। हमें कानून के अनुसार अधिकारों के प्रयोग को सार्वजनिक करना चाहिए, ताकि व्यापक जनता खुले तौर पर नेताओं के अधिकारों के प्रयोग की निगरानी कर सके।"
शी चिनफिंग ने कहा कि पार्टी के अनुशासन का पालन बिना शर्त होना चाहिए। जैसी कथनी वैसी करनी, कहने का मतलब है कि कथनी और करनी में अंतर नहीं होना चाहिए। विभिन्न स्तरीय अनुशासन जांच कमेटी को पार्टी के राजनीतिक अनुशासन को पहले स्थान पर रखना होगा। लोकतांत्रिक और सामूहिक व्यवस्था, पार्टी के भीतर संगठनात्मक जीवन व्यवस्था जैसी प्रणाली बहुत अहम है, जिनका कड़ाई से पालन किया जाना आवश्यक है।