वर्ष 2012 में भारत सरकार द्वारा रिटेल सेक्टर में एफडीआई को मंजूरी देने के बाद राजधानी नई दिल्ली को विदेशी खुदरा उद्योग की दृष्टि से निवेश के लिए अच्छा शहर माना गया। वाल मार्ट, आइकिया आदि ब्रांड दिल्ली के बाजार में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन नई दिल्ली की नयी सरकार ने सत्ता में आने के बाद खुदरा उद्योग में एफडीआई के फैसले को पलट दिया है।
सरकार ने कहा कि विदेशी उद्यमों की भागीदारी से स्थानीय खुदरा व्यापारियों पर प्रभाव पड़ेगा, जिससे बेरोज़गार लोगों की संख्या बढ़ेगी। इसलिए उसने उक्त फैसला किया है।
(मीनू)