भारत स्थित चीनी राजदूत वेई वेई ने 10 जनवरी को इंडियन एक्सप्रेस पर एशिया का शांतिपूर्ण और सतत विकास बनाए रखें शिर्षक लेख छापा।
लेख में कहा गया है कि 2013 एशिया में विकास और सहयोग का साल है। एशिया फिर भी विश्व आर्थिक वृद्धि की अहम शक्ति बना रहा। एशिया की नवोदित आर्थिक शक्तियों में तेज वृद्धि कायम रही, जिससे दुनिया के विकास और समृद्धि के लिए योगदान किया गया। एशिया में क्षेत्रीय स्थिति स्थिर बनी रही। शांति, स्थिरता और विकास बढ़ाना एशियाई देशों की व्यापक उम्मीद है। क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण बढ़ाने के साथ साथ राजनीति और सुरक्षा में सहयोग भी मजबूत किया गया। दुनिया में एशिया की भूमिका पर और ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए।
हाल में जापान के कुछ नेताओं ने यासुकुनी मंदिर के दर्शन किए, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को नुकसान पहुंचा। जापानी नेता की कार्रवाई ने न सिर्फ पूर्व एशिया में राजनितिक स्थिरता, बल्कि चीन-जापान आर्थिक संबंधों और अमेरिकी आर्थिक हितों के लिए भी लाभदायक नहीं है। इसके चलते विश्व आर्थिक पुनरुत्थान और भारत समेत एशियाई देशों की अर्थव्यवस्था को भी क्षति पहुंचेगी।
लेख में चीनी राजदूत का कहना है कि चीन, भारत और जापान समेत एशिया के सभी देशों के लोगों को ऐतिहासिक सबक सीखना चाहिए, ताकि समान विकास साकार हो सके।
(ललिता)