तिब्बत से जुड़े सम्मेलन से मिली खबर के अनुसार वर्ष 2013 में तिब्बत में 1 लाख 28 हजार गरीब लोगों की संख्या कम हुई है। सारे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में गरीब लोगों की संख्या व देहाती क्षेत्रों की कुल जनसंख्या का अनुपात वर्ष 2012 के अंत के 23.97 प्रतिशत से वर्तमान के 18.73 प्रतिशत तक कम हो गया।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थानीय सरकार के अध्यक्ष कसांगच्यांगछून ने कहा कि वर्ष 2013 में तिब्बत में गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों की कुल संख्या 2025 तक पहुंच गयी। और गरीबी उन्मूलन से जुड़ी विशेष रकम में 7 अरब य्वान बाकी है। जो वर्ष 2013 के आरंभ की दुगुना है। हाल ही में सारे प्रदेश में गरीब लोगों की संख्या वर्ष 2012 में 5.85 लाख से 4.57 तक कम हो गयी।
तकनीक व पूंजी निवेश का अभाव तिब्बत में गरीबी उन्मूलन कार्य में सब से बड़ी बाधा है। तिब्बत गरीबी उन्मूलन कार्यालय के प्रधान छूनीयांगपेइ ने उक्त बातें कहीं। पर पूरे क्षेत्र भर में सहकारी कदम द्वारा उन समस्याओं का समाधान किया गया है।
गौरतलब है कि तिब्बती सहकारी नेतृत्व दल कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2013 में सारे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में 20 हजार से ज्यादा माइक्रोफाइनेंस प्रदान किये गये, जिनकी कुल रकम 60 करोड़ य्वान तक पहुंच गयी। और 1726 आर्थिक सहयोग संगठनों व आर्थिक इकाइयों की स्थापना की गयी, जिससे 1 लाख 43 हजार लोग गरीबी से उबर पाए और आय में 12.5 करोड़ य्वान की वृद्धि भी प्राप्त हुई। (चंद्रिमा)