अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेन पसाकी ने 10 जनवरी को इस बात पर बड़ा खेद प्रकट किया कि भारत ने जवाब में एक अमेरिकी राजनयिक अधिकारी को निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच इस घटना से द्विपक्षीय संबंधों पर असर पड़ा है।
पसाकी ने उसी दिन आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में इस बात की पुष्टि की कि भारतीय सरकार की मांग के अनुसार भारत स्थित अमेरिका के एक राजनयिक अधिकारी को भारत से चले जाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि हमें इस बात पर बहुत खेद हैं। यह स्पष्ट है कि अब अमेरिका-भारत संबंध एक चुनौतीपूर्ण दौर में हैं।
पसाकी के अनुसार अमेरिका को आशा है कि यह चुनौतीपूर्ण जल्द ही समाप्त होगा। भारत अमेरिका के साथ सार्थक कदम उठाकर दोनों देशों के संबंधों का सुधार कर सकेगा। ताकि वे रचनात्मक दौर में वापस लौट सकें।
अमेरिकी सरकार ने न्यूयार्क स्थित भारत की पूर्व उप कॉउसल जनरल देवियानी खोबरागड़े पर वीज़ा धोखाधड़ी का आरोप लगाया कि साथ ही अपनी नौकरानी को कम वेतन देने का भी। पिछले वर्ष 12 दिसंबर को देवियानी को गिरफ्तार किया गया। जनवरी 8 को न्यूयार्क में एक ज्यूरी ने यह आरोप साबित किया। पर देवियानी को राजनयिक संरक्षण प्राप्त होने के बाद अमेरिका ने उनसे फ़ौरन अमेरिका से चले जाने की मांग की। देवियानी 10 जनवरी को भारतीय विमान द्वारा नयी दिल्ली वापस लौट गयीं।
इसी घटना के कारण अमेरिकी ऊर्जा मंत्री एरनेस्ट मोनिज ने भी योजनानुसार अगले हफ्ते होनी वाली अपनी भारत यात्रा को स्थगित किया है।
चंद्रिमा