भारतीय राजनयिक के अमेरिका में गिरफ़्तार किये जाने से अमेरिका-भारत संबंधों में तनाव आया है। दोनों देशों के बीच इस मामले पर अभी भी सहमति प्राप्त नहीं हुई है। भारत सरकार की तरफ़ से जवाबी कदम उठाये जाते रहे हैं। हाल ही में भारत ने अमेरिका से भारत स्थित अपने दूतावास में सभी व्यापारिक गतिविधियां बंद करने का अनुरोध किया है।
न्यूयार्क स्थित भारत की पूर्व उप कांउसलर देवयानी खोबरागड़े के अमेरिकी पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किये जाने के विरोध में भारतीय विदेश मंत्रालय ने 8 जनवरी को अमेरिका को नोटिस दिया, जिसमें अमेरिका से 16 जनवरी के पूर्व भारत स्थित अपने दूतावास में अमेरिकी समुदाय समर्थन संघ और दूतावास में सभी व्यावहारिक गतिविधियां बंद करने का अनुरोध किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी समुदाय समर्थन संघ में रेस्तरां, बार, स्विमिंग फूल, फ़ूटबॉल का मैदान, जिम और ब्यूटी पॉर्लर सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो भारत स्थित अमेरिकी अधिकारियों और नागरिकों के लिये खुला है। पश्चिमी देशों के कुछ राजनयिक और संघ की मेंबरशिप मिलने पर अन्य लोग भी खेलने और ड्यूटी फ़्री शराब व आयातित माल खरीदने वहां जाते हैं। यहां तक कि कुछ व्यापारी इस संघ से मालों को थोक दाम पर खरीदकर ग्राहकों को बेचते हैं। इस संघ को बंद करने के अलावा भारत अमेरिकी दूतावास के कर कानून का संभावित उल्लंघन करने सहित मामलों की जांच शुरू करेगा। साथ ही भारत ने यह नीति भी रद्द की है, जिसके तहत यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर अमेरिकी दूतावास की गाड़ियों पर चालान नहीं होता है।
(लिली)