जब होस्ट ने ली ना से पूछा कि क्या आप इस सत्र में अपना लक्ष्य दर्शकों के साथ साझा कर सकती हैं? तो कोर्ट में सभी दर्शकों ने एक ही आवाज में आस्ट्रेलियन ओपन, आस्ट्रेलियन ओपन बोला। फिर ली ना ने जवाब दिया कि उम्मीद है कि मैं नये सत्र में और एक ग्रैंड स्लैम चैंपियन जीत सकूंगी।
शनचन ओपन में ली ना ने 6:4 व 7:5 से फंग श्वेए को हराया। और मैच के बाद दर्शकों की तारीफ में उन्होंने वर्ष 2014 के नये सत्र में अपने लक्ष्य की घोषणा भी की। पिछले वर्ष ली ना के विश्व में पहले तीन स्थानों में प्रवेश करने के लक्ष्य पर लोगों ने आशंका जतायी। लेकिन सत्र के अंतिम दिन में उन्होंने सफलता के साथ यह लक्ष्य पूरा किया। इस वर्ष में उन्होंने स्पष्ट रूप से अपना लक्ष्य बताया, तो इस बार लोगों की आशंका या उम्मीदें कम होंगी या अधिक ?इसकी चर्चा में ली ना ने कहा, पिछले वर्ष की तरह जब मैंने कहा कि मैं विश्व के पहले तीन स्थानों में प्रवेश करना चाहती हूं और ग्रैंड स्लैम चैंपियन जीतने की बात कही, तो कम लोगों इस पर विश्वास किया। कार्लोस ने मुझसे यह कहा है कि अगर आपके पास लक्ष्य होता है, तो आपको ऊंची आवाज़ में इसे कहना चाहिये। ताकि ज्यादा लोग इस लक्ष्य को पूरा करने में आप की निगरानी कर सकें। इस वर्ष मुझे आशा है कि मैं ग्रैंड स्लैम चैंपियनशिप हासिल कर सकूंगी। चाहें मैं इसे पूरा कर सकूंगी या नहीं?यह तो मेरा लक्ष्य और कोशिश करने की दिशा है।
नये सत्र में ली ना के सामने चुनौती ज्यादा बड़ी होगी। सर्दी दिनों के प्रशिक्षण के बाद उनकी तकनीक में और अधिक पैनापन चाहिए। पिछले वर्ष ली ना ने आस्ट्रेलियन ओपन की रनर अप, अंतिम वार्षिक फ़ाइनल की रनर अप, और विश्व में तीसरे स्थान पर रहने की उपलब्धि प्राप्त की। इसलिये इस वर्ष फैन्स की अपेक्षाएं उनसे ज्यादा होंगी। ली ना ने इसे स्वीकार भी किया है। उन्होंने कहा, तालिका में आपके प्वाइंट पिछले वर्ष हासिल अंकों व की गयी कोशिशों का एक मूल्यांकन है। आपको हमेशा कितने अंक हासिल करने हैं, इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिये। इस वर्ष की 1 जनवरी से सभी खिलाड़ियों के प्वाइंट शून्य हो गए, और सभी को कोशिश करनी चाहिये।
छठी बार डब्यूटीए एकल चैंपियनशिप में हारने के बाद फंग श्वेए नये सीजन के इंतजार में हैं। विंबलडन ओपन की महिला युगल की चैपियन ने इससे पहले यह कहा था कि इस सत्र में वे शायद लगातार तीन महीने तक मैच खेलेंगी। साथ ही उन्होंने महिला एकल के पहले 20वें स्थानों में प्रवेश करने की आशा भी जतायी। इसके अलावा वे चीनी ताईपेई की खिलाड़ी श्ये शू वेई के साथ युगल के रूप में मैच खेलना नहीं छोड़ना चाहती। फंग श्वेए ने कहा, मेरे लिए एकल व युगल दोनों महत्वपूर्ण है। एकल मैच चरमबिंदु व क्षमता की चुनौती है। और युगल मैच मैं और श्ये शू वेई के प्रति बहुत सार्थक है। इस वर्ष हम डबल्स में विश्व के पहले स्थानों पर रहने की कोशिश करेंगे। इसलिये मेरे लिये यह भी महत्वपूर्ण होगा। आस्ट्रेलियन ओपन इस वर्ष हमारा पहला टूर्नामेंट होगा।
फंग श्वेए की तरह चीनी टेनिस खिलाड़ी चेन चेए भी सिंगल व डबल्स दोनों इवेंटों पर ध्यान देती हैं। लेकिन लगातार चोट लगने के कारण चेन चेए को आशा है कि इस सत्र का प्रबंध ज्यादा उचित होगा। उन्होंने कहा, इस वर्ष मेरे कम मैच होंगे। शायद दो या तीन महीने तक मैं किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लूंगी। और केवल ट्रेनिंग करूंगी। आशा है कि मैं स्थिर स्थिति बहाल कर सकूंगी। आखिर मेरी उम्र कम नहीं है। इसलिये मैं ज्यादा मैचों में भाग नहीं लूंगी, पर मैच की क्वालिटी पर अधिक ध्यान दूंगी।
ली ना, फंग श्वेए व चेन चेए को छोड़कर अन्य युवा खिलाड़ियों से ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं। उनमें सबसे अच्छी खिलाड़ी च्यांग श्वेए को सीधे आस्ट्रेलियन ओपन में भाग लेने का मौका मिला। लेकिन शनचन ओपन के पहली राउंड में वे हार गयी। ट्रेनिंग में चेन चेए लगातार वांग या फ़ान समेत युवा खिलाड़ियों के साथ खेलती थी। और उन्होंने वांग या फ़ान के साथ शनचन ओपन में डबल्स मुकाबला खेला। युवा खिलाड़ियों की चर्चा में चेन चेए ने कहा, वे बहुत मेहनत से प्रशिक्षण करती हैं। बहुत कोशिश। और शनचन ओपन से उन्हें अनुभव हासिल हुआ है। वांग या फ़ान के ख्याल से युवक मैच की अपेक्षा डब्यूटीए में अधिक दबाव होता है। उन्हें और कुछ सीखना चाहिये। क्योंकि वर्तमान में चीन में उन्हें मैच खेलने के ज्यादा मौके मिल सकते हैं। इसलिये मेरे ख्याल से वे बहुत आशावान हैं।
चंद्रिमा