भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 8 जनवरी को अपने भाषण में भारतीय अर्थतंत्र का सकारात्मक मूल्यांकन किया। उनके अनुसार गत 9 सालों में भारतीय अर्थतंत्र की औसत वृद्धि दर 7.9 प्रतिशत दर्ज हुई, लेकिन इधर के वर्षों में आर्थिक वृद्धि धीमी पड़ रही है। अनुमान के मुताबिक इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत पर कायम रहेगी।
सिंह के अनुसार चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थतंत्र फिर भी मज़बूत दिखता है और भारतीय उद्यमी भी सक्रिय हैं। सुधार का प्रभाव देखा जाने लगा है। निवेश के लिये भारत फिर से एक आकर्षक गंतव्य बन रहा है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने इधर के सालों में भारतीय शिक्षा विभाग, आधारभूत संस्थापनों के निर्माण और कृषि की वृद्धि का मूल्यांकन भी किया। उनका मानना है कि तेज़ आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ भारतीय समाज भी ज़्यादा समावेशित बन गया है और क्षेत्रीय विकास भी अधिक संतुलित देखा जा सकता है।
(लिली)