चीन के श्वेयलोंग (स्नो ड्रैगन) नामक बर्फ़ भंजक जहाज़ ने 2 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के एस्ट्रॉलैब नामक बर्फ़ भंजक जहाज़ की मदद से दक्षिणी ध्रुव में फंसे रूसी वैज्ञानिक निरीक्षण जहाज़ शोकाल्सकी में फंसे 52 कर्मचारियों को बचाया। लेकिन वापस लौटते समय बर्फ़ की मोटी परत की वजह से श्वेयलोंग और इसमें लगे 101 कर्मचारी समुद्री क्षेत्र में फंस गए। मौसम और बर्फ़ की स्थिति को देखा जाए, श्वेयलोंग स्वयं बर्फ़ तोड़ने में सफल नहीं हो पाएगा।
इस खबर को सुनने के बाद चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने कहा कि इतनी खराब स्थिति में चीनी बर्फ़ भंजक जहाज़ ने सफलता से रूसी जहाज़ को बचाया। हम इसकी प्रशंसा करते हैं। शी चिनफिंग ने कहा कि संबंधित विभागों को फंसे कर्मचारियों को भरसक सहायता देनी चाहिए, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग ने भी श्वेयलोंग में लगे कर्मचारियों से मुश्किलों से छुटकारा दिलाने की आशा जताई।
(ललिता)