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19 दिसंबर को रूसी राष्ट्रपति वलादीमिर पुतिन ने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। इस बार कुल 1319 रूसी व विदेशी संवाददाताओं ने प्रेस ब्रीफिंग में भाग लिया।
उन में एक चौथाई संवाददाता विदेश से आए हैं। चार घंटे के सवाल जवाब में पुतिन ने सरकार की दक्षता, वित्तीय सुधार, बुनियादी सुविधाओं के निर्माण, नागरिकों की आय आदि मसलों पर चर्चा की। साथ ही यूक्रेन, मिसाइल तैनाती, राष्ट्रीय मीडिया के पुनर्गठन, अपराधियों की माफ़ी आदि संवेदनशील मामले भी शामिल हुए हैं।
19 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पुतिन ने अपने कार्यकाल में नौवीं बार वार्षिक संवाददाता सम्मेलन शुरू किया। यह संवाददाता सम्मेलन चार घंटे व पांच मिनट तक चला। और दोपहर बाद चार बजकर 13 मिनट पर समाप्त हुआ। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष का संवाददाता सम्मेलन 20 मिनट कम चला। चार घंटे में पुतिन ने संवाददाताओं के 52 सवालों का जवाब दिया।
हाल के एक महीने में यूक्रेन व यूरोपीय संघ के बीच समझौते पर न हस्ताक्षर करने से हुआ विरोध प्रदर्शन, और यूक्रेन मामले पर रूस की कार्रवाई संवाददाता सम्मेलन में फ़ोकस बनी। रूस ने यूक्रेन को ऋण क्यों दिया, और यूक्रेन के लिए प्राकृतिक गैस के निर्यात दाम कम क्यों हुए?इसकी चर्चा में पुतिन ने कहा, मैं यह दोहराना चाहता हूं कि वर्तमान में यूक्रेन की जटिल आर्थिक स्थिति के मद्देनजर हमने यह फैसला किया। इसके कई कारण हैं। पर हमारे फैसले का विरोध प्रदर्शन व यूरोपीय संघ की वार्ता से कोई संबंध नहीं है। हम केवल यूक्रेन की मुश्किलों को देखकर उसे मदद देना चाहते हैं। और हमारे पास यूक्रेन को समर्थन देने की क्षमता भी है। क्योंकि रूस व यूक्रेन के बीच अच्छे संबंध हैं।
यूक्रेन के साथ परंपरागत संबंध के अलावा पुतिन ने यह भी समझाया कि हाल ही में यूक्रेन से जुड़े सिलसिलेवार फैसले दोनों पक्षों के वास्तविक हितों के आधार पर किये गये। इसलिये यूक्रेन सरकार को किसी भी पक्ष के साथ व्यापार करने पर अच्छी तरह से विचार करना चाहिये।
चीनी संवाददाता द्वारा पेश द्विपक्षीय सहयोग के सवाल के जवाब में पुतिन ने कहा कि रूस व चीन लगातार उच्च स्तरीय सहयोग संबंध रखते हैं। खासतौर पर उच्च व नवीन तकनीक के क्षेत्र में। उन्हें बहुत खुशी हुई कि चीनी नेताओं ने दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार क्षेत्र में मशीनरी विनिर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग और संयुक्त रूप से अंतरिक्ष के विकास का अनुपात बढ़ाया। इस मौके पर पुतिन ने चीन को सफलता के साथ चंद्रयान के प्रक्षेपण की बधाई दी। उन्होंने कहा, मैं सच्चे दिल से इस बात की बधाई देता हूं कि चीनी जनता व विशेषज्ञों ने सफलता के साथ चंद्रयान व पहला रोवर चंद्रमा पर लैंडिंग की। रूस तथा सारी दुनिया इस परीक्षण से उपलब्धि प्राप्त करने की प्रतीक्षा में हैं। यह जाहिर है कि चीन ने विज्ञान व तकनीक क्षेत्र में बड़ी सफलता हासिल की है। भविष्य में दोनों पक्ष इस दिशा में लगातार आपसी समर्थन देंगे।
रूस ने पश्चिमी सीमा पर इस्केंदर मिसाइल तैनात की। इसकी चर्चा में पुतिन ने जोर देते हुए कहा कि रूस का हमेशा यह मानना है कि यूरोप द्वारा तैनात एंटी मिसाइल व्यवस्था रूस के प्रति एक धमकी है। इसलिये इसकी प्रतिक्रिया करनी होगी। इस्केंदर मिसाइल की तैनाती इन कदमों में से एक है। उन्होंने कहा, मैं इस पर जोर देना चाहता हूं कि पहला, मिसाइल की तैनाती पर हमने अंतिम फैसला नहीं किया है। इसलिये उन्हें ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। दूसरा, उन्हें किसी की रक्षा करने की आवश्यकता नहीं है। महत्वपूर्ण बात यह है कि वे किसी के खिलाफ उत्तेजक कार्रवाई न करें। हालांकि इस्केंदर मिसाइल व्यवस्था इस क्षेत्र में विश्व में सबसे कारगर हथियार है। लेकिन वह रूस की प्रतिरक्षा प्रणाली में एकमात्र व सबसे कारगर उपाय नहीं है।
चंद्रिमा