केरी ने जोर देकर कहा कि अमेरिका इस मामले को भारत के साथ अपने घनिष्ठ एवं महत्वपूर्ण संबंधों पर कोई असर डालने कतई नहीं देगा।
गौरतलब है कि देवयानी को गत 12 दिसम्बर को न्यूयार्क की किसी सड़क पर पुलिस द्वारा खुलेआम पक़ड़ा गया था और उनपर वीज़ा धोखाधड़ी और अपनी नौकरानियों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया था। भारतीय मीडिया के अनुसार उन्हें हथकड़ी लगाई गई और उनकी कपड़े उतारवाकर तलाशी ली गई। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि देवयानी अपनी बेटी को स्कूल पहुंचाने के रास्ते में पड़की गई। उन्हें अपमानित करना अस्वीकार्य है। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने इस मामले को लेकर अमेरिकी पक्ष को तलब किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री केरी ने बुधवार को इस मामले के लिए विशेष रूप से भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मेनन को एक पत्र भेजा, ताकि तनाव को कम किया जाए।
उधर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कार्नी ने भी कहा कि अमेरिका समझ सकता है कि यह मामला भारतियों में कितना संवेदनशील है। अमेरिका-भारत दोस्ती व्यापक और प्रगाढ़ है। यह अकेला मामला है, जो दोनों देशों की दोस्ती का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।
देवयानी की गिरफ्तारी से भारत काफ़ी नाराज है। इसका बदला लेने के लिए भारत सरकार ने 17 दिसम्बर को नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की सड़क पर सीमेंट वाली अड़चलों को हटवाया। कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी यात्रा पर आए अमेरिकी सांसद-प्रतिनिधि मंडल से मिलने से इन्कार कर दिया। इसके अलावा भारत सरकार ने निर्णय भी लिया कि भारत में अमेरिकी राजनयिकों के साथ कुछ विशेष व्यवहार को रद्द किया जाएगा, जैसे अमेरिकी राजनयिकों को भारतीय हवाई अड्डे के विशेष रास्ते का प्रयोग जारी रखने की इज़ाजत नहीं दी जाएगी इत्यादि।