भारतीय अखबार इकनॉमिक टाइम्स की 10 दिसंबर की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय केंद्रीय बैंक के महानिदेशक रघुराम राजन ने न्यूयॉर्क में कहा कि वित्तीय घाटे के 4.8 प्रतिशत के वार्षिक बजट के लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारतीय सरकार संभवत:खर्च कुछ कम करेगी। खर्च कम करने की स्थिति राजस्व पाने की स्थिति पर निर्भर होगी। बाजार के विश्लेषकों के अनुसार इससे भारत के अर्थतंत्र की बहाली के दौरान और अधिक अनिश्चितता मिलेगी।
एचएसबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष अक्तूबर से अगले वर्ष मार्च तक भारत के खर्च को कम करने की दर सकल घरेलू उत्पाद 1 प्रतिशत होने की संभावना है। अनुमान है कि इस वित्तीय वर्ष में भारत को वित्तीय घाटा 5.1 प्रतिशत होगा, जो इस वर्ष की शुरुआत के लक्ष्य से अधिक होने की संभावना है।
(वनिता)