Web  hindi.cri.cn
बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदन में चीन सब से आगे
2013-12-10 16:58:42

विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन ने सोमवार को जेनेवा में वर्ष 2013 विश्व बौद्धिक संपदन अधिकार लक्ष्य संबंधी रिपोर्ट जारी की। इससे देखा गया है कि वर्ष 2012 में भी पूरी दुनिया में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों में बढोत्तरी रही। पैटेंट के आवेदनों की कुल संख्या 23 लाख 50 हजार तक पहुंची, जो बीते 18 वर्षों में सर्वाधिक है। इसका मुख्य कारण चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों में हुई वृद्धि कही गई है।

विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार लक्ष्य संबंधी रिपोर्ट विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन की वार्षिक रिपोर्ट है, जो बीते एक साल में पूरी दुनिया में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों की सांख्यिकी एवं विश्लेषण पर आधारित है। यहां उल्लिखित बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों में निम्न चार विषय शामिल हैं एक, पैटेंट का आवेदन, आविष्कार का आवेदन, ट्रेडमार्क का आवेदन और औद्योगिक उत्पादों की डिजाइन का आवेदन। रिपोर्ट से जाहिर है कि वर्ष 2012 में पूरे संसार में पैटेंट के आवेदनों की कुल संख्या 23 लाख 50 हजार हो गई। विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन के महानिदेशक फ़्रांसिस गर्री ने कहा कि दुनिया में आर्थिक पुनरूथान के रास्ते में अ़ड़चलें मौजूद हैं, तो भी बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों की सख्या वर्ष 2009 में संकट आने से पहले की तुलना में अधिक तेजी से बढी है। उनका कहना हैः

`वर्ष 2012 में पूरी दुनिया में पैटेंट के आवेदनों की सख्या 2011 से 9.2 प्रतिशत बढी, औद्योगिक उत्पादों की डिजाइन के आवेदनों में 17 प्रतिशत इजाफा हुआ, आविष्कार के आवेदनों एवं ट्रेडमार्क के आवेदनों में क्रमशः 23.4 प्रतिशत और 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। यह तमाम वृद्धियां वैश्विक आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ अधिकांश आर्थिक समुदायों के आर्थिक विकास से भी कही अधिक हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2012 में पूरी दुनिया में 5 प्रमुख बौद्धिक संपदा अधिकार संबंधी संस्थाओं में चीन एकमात्र ऐसा देश है, जिसमें बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदन से जुड़े चार क्षेत्रों में दुहाई अंग से वृद्धि हुई। वर्ष 2012 में चीन में पैटेंट के आवेदन में 24 प्रतिशत वृद्धि हुई, मतलब आवेदन-पत्रों की संख्या 5 लाख 60 हजार थी। ट्रेडमार्क के आवेदनों की संख्या 15 लाख 80 हजार थी, जो दुनिया में सर्वाधिक है। अमेरिका में यह संख्या करीब 6 लाख थी और जर्मनी में वह मात्र 3 लाख 90 हजार थी। औद्योगिक उत्पादों की डिजाइल के आवेदन में भी चीन सब से आगे था। इस क्षेत्र में चीन के आवेदन-पत्रों की संख्या 6 लाख 50 हजार थी। जर्मनी चीन के बाद दूसरे स्थान पर था, जिसकी संख्या करीब 76 हजार थी। आविष्कार के आवेदन में चीन का प्रदर्शन भी उल्लेखनीय है। इस क्षेत्र में चीन ने 8 लाख 27 हजार आवेदन किए, जो पूरी दुनिया की कुल संख्या का 89.5 प्रतिशत भाग बनते हैं। विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार संगठन के महानिदेशक फ़्रांसिस गर्री ने कहा कि चीन वैश्विक बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों को बढाने की प्रमुख शक्ति बन गया है। गर्री ने कहाः

`कोई एक साल पहले मैं ने कहा था कि चीन वैश्विक बौद्धिक संपदा अधिकार के क्षेत्र में अधिकाधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। हम देख सकते हैं कि बौद्धिक संपदा अधिकार से जुड़े चार क्षेत्रों में चीन एकमात्र ऐसा देश है, जो हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ साबित है।`

रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2012 यूरोप में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदन की स्थिति पेचीदा नजर आई है। यूरोपीय पैटेंट प्राधिकरण, जर्मनी और ब्रिटेन में आवेदनों की संख्या बढी, लेकिन फ्रांस और इटली में यह संख्या 2011 से कम हुई। इसके साथ दूनिया में बौद्धिक संपदा अधिकार का आवेदन करने वाले विकासशील देशों की संख्या भी लगातार बढती गई। फ़्रांसिस गर्री ने कहाः

`बहुत से मध्यम आय वाले देशों में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों में बढोत्तरी हुई। पूरी दुनिया की दृष्टि से पैटेंट के आवेदन मुख्य रूप से विकसिक देशो से आए। इस तरह के आवेदन का 65 प्रतिशत भाग इन देशों का था। ट्रेडमार्क और औद्योगिक उत्पादों की डिजाइल के आवेदनों में मुख्य योगदान मध्यम एवं निचली आय वाले देशों ने किया, मतलब इन दो मुद्दों पर किए गए आवेदनों के 52 प्रतिशत और 64 प्रतिशत भाग इन देशों के थे। उदाहरणार्थ वर्ष 2012 में तुर्की में ट्रेडमार्क के आवेदन में 24.1 प्रतिशत बढोत्तरी हुई और औद्योगिक उत्पादों की डिजाइन का आवेदन 12.4 प्रतिशत बढा।`

रिपोर्ट में बौद्धिक संपदा अधिकार के आवेदनों से जुड़े अन्य कुछ रूझान भी दिखाई दिए। जैसे पूरी दुनिया में पैटेंट के आवेदनों में से 8 प्रतिशत सूचना प्रौद्योगिकी, 3.8 प्रतिशत बुनियादी रासायनिक सामग्रियों, और 2.1 प्रतिशत कंप्यूटर तकनीक से जुड़े हैं। इजराइल और अमेरिका ने मुख्य रूप से कंप्यूटर और चिकित्सा तकनीक के लिए पैटेंट के आवेदन किए। उधर भारत, स्वीटजरलैंड और बेल्जियम मुख्य रूप से रसायन-उद्योग, चीन औऱ रूस मुख्यतः धातु शोधन तकनीक, जापान, दक्षिण कोरिया और सिगापुर रेडियो तकनीक, फ़ांस, जर्मनी और स्वीडन मुख्य रूप से यातायात-तकनीक के लिए पैटेंट के आवेदन किए।

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040