चीनी प्रधान मंत्री ली ख छ्यांग ने 29 नवम्बर को शांगहाई सहयोग संगठन( एससीओ) के सदस्य देशों के प्रधान मंत्रियों के 12वें सम्मेलन में भाषण देते हुए इस बात पर जोर दिया कि बदलती परिस्थिति में परंपराओं को बनाए रखने और सिद्धांतों पर कामय रहने के साथ-साथ साझी चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग को भी नया आयाम दिया जाना चाहिए।
ली ख छ्यांग ने कहा कि गत सितम्बर में बिशकेक में हुए एससीओ शिखर सम्मेलन में प्राप्त सहमति को मूर्त रूप दिया जाना चाहिए, विकास के लिए सुरक्षित, सुविधाजनक और आपसी लाभ वाला हरित पर्यावरण तैयार किया जाना चाहिए, जिससे कि इस क्षेत्र में विकास-कार्य को गति और जनता को फायदा मिल सके। उन्होंने इसके लिए 6 सूत्रीय सुझाव पेश किया कि सुरक्षा-क्षेत्र में सहयोग को गहराया जाए, अंतरदेशी मार्गो के निर्माण में तेजी लाई जाए, व्यापार और निवेश को अधिक सुविधाजनक बनाया जाए, वित्तीय क्षेत्र में सहयोग को बढाया जाए, पारिस्थितिक पर्यावरण और ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग का विस्तार किया जाए, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को नई बुलंदी पर पहुंचाया जाए।
ली ख छ्यांग ने सम्मेलन में उपस्थितों को चीन के विकास एवं सुधार-कार्य संबंधी जानकारी भी दी। उनका कहना है कि चालू वर्ष चीन में अर्थतंत्र का स्थिरता से विकास होता गया है। जीडीपी 7.5 प्रतिशत दर से बढा है और सीपीआई में वृद्धि 3.5 प्रतिशत तक नियंत्रित की गई है। ऐसे में चीन के आर्थिक एवं सामाजिक विकास के मुख्य लक्ष्य का पूरा होना लगभग तय हो गया है। चीन अपने आर्थिक सुधार-कार्य को आगे बढाने की पूरी कोशिश करेगा और विदेशों के लिए अपने द्वार को और अधिक खोलेगा
चीन-म.पूर्वी यूरोप शिखर सम्मेलन एवं शांगहाई सहयोग संगठन के इस सममेलन में भाग लेने और रूमानिया की यात्रा समाप्तत कर ली ख छ्यांग शनिवार को वापस पेइचिंग लौटेहैं।