वर्ष 2013 क्वांगचो मैराथन 23 नवंबर की सुबह ह्वाछन चौक से शुरू हुई। देश-विदेश के 38 देशों व क्षेत्रों से आए 20 हजार से ज्यादा खिलाड़ियों ने इसमें हिस्सा लिया। इस मैराथन मैच की थीम है, मशहूर शहर, सामंजस्य व स्वास्थ्य। इस बार मैराथन में भाग लेने वाले खिलाड़ी क्रमशः ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, फ़्रांस, मैक्सिको, जापान, वेनेजुएला, न्यूजीलैंड, इटली, ब्रिटन, मलेशिया, ग्रीस, सिंगापुर, स्पेन, दक्षिण कोरिया, इथियोपिया, केन्या, मोरक्को, तंजानिया, बहरीन, रवांडा, कनाडा, युगांडा नीलीट्रिया, फिनलैंड, डेनमार्क, स्लोवाकिया, स्विजरलैंड, भारत, अर्जेंटीना, जर्मनी, फिलीपींस, नीदरलैंड, कांगो, इरिट्रिया और चीन आदि के थे।
इस मैच में फुल, हाफ और पांच किलोमीटर वाली मिनी मैराथन जैसी तीन इवेंट शामिल हुई। कड़े मुकाबले के बाद इथियोपिया के खिलाड़ी सिसे जिसा मेकोन्नेन ने 2 घंटे 11 मिनट 25 सैकंड के अंक से पुरुषों की मैराथन रेस जीती। केन्या के दो खिलाड़ी क्रमशः दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे। साथ ही इथियोपिया की महिला खिलाड़ी गोइटेटोम हाफ़्तू तेसेमा ने भी 2 घंटे 39 मिनट व 17 सैकंड के अंक से महिलाओं की फुल मैराथन रेस अपने नाम की। जबकि और केन्या की दो महिला खिलाड़ी दूसरे व तीसरे स्थान पर रहीं।
इस बार मैराथन का मार्ग बहुत सुन्दर है, जो जूच्यांग नदी के दोनों किनारे स्थित है। खिलाड़ी जूच्यांग नदी के सुन्दर प्राकृतिक दृश्य, दर्शनीय स्थल व रंगारंग संस्कृति देख सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय ट्रैक एन्ड फील्ड संघ का मानना है कि यह विश्व में मैराथन रेस के लिये सबसे सुन्दर मार्गों में से एक है। इसके अलावा मैच के मानक भी उन्नत हुए हैं। इस मैच में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को क्वांगचो मैराथन सरकारी वेबसाइट पर पंजीकरण प्रणाली से साइन अप करना पड़ता है। और सभी खिलाड़ियों को हाफ मैराथन में भाग लेने का अनुभव होना जरुरी होता है, या आयोजन कमेटी द्वारा आयोजित परीक्षण दौड़ को पास करना है। इसके अलावा मैच शुरू होने से पहले उन्हें अपने हाथ से हस्ताक्षरित एक भागीदारी स्टेटमेंट भी देना होता है। ताकि खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गौरतलब है कि क्वांगचो ने दूसरी बार मैराथन का आयोजन किया है। आयोजन कमेटी के संबंधित नेता ने कहा कि वर्ष 2013 क्वांगचो मैराथन के आयोजन से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में शहर का प्रभाव व प्रसिद्धि बढ़ाने के लिये लाभदायक होगा। और जनता के व्यापक रूप से व्यायाम करने के लिये भी अच्छा होगा। साथ ही विश्व के सामने चीन के क्वांगदोंग प्रांत के क्वांगचो शहर के विकास में हासिल सफलता भी दिखेगी।
चंद्रिमा