रूस से खरीदा गया भारत का विमान वाहक पोत विक्रमादित्य 26 नवंबर को रूस से भारत के लिए रवाना हुआ। वह अगले साल फरवरी में मुंबई पहुंचेगा।
विक्रमादित्य पर भारतीय कर्मचारियों के अलावा 180 रूसी विशेषज्ञ भी हैं, वे पोत की विभिन्न प्रणाली के चलन पर निगरानी करेंगे और भारतीय कर्मचारियों की मदद करेंगे। इनमें कई भारत में रहेंगे और वारंटी समेत अन्य तकनीकी समर्थन करेंगे। बताया जाता है कि रूस विक्रमादित्य की 20 साल की वारंटी करेगा।
विक्रमादित्य भारत और रूस के सैन्य क्षेत्र में सहयोग की एक नई कामयाबी है। भविष्य में दोनों देश मिसाइल प्रौद्योगिकी, नौसेना प्रौद्योगिकी और हथियार प्रणाली आदि क्षेत्रों में सहयोग व्यापक करेंगे।
(दिनेश)