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चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग 28 और 29 नवंबर को उज़्बेकिस्तान में शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रधानमंत्रियों के 12वें सम्मेलन में भाग लेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने 20 नवंबर को कहा कि सम्मेलन में सदस्य देश संभवतः अंतर्राष्ट्रीय सड़क मार्ग समझौता संपन्न करेंगे और सहयोग मजबूत करने व पूर्वी तुर्किस्तान संगठन आदि आतंकवादी संगठनों के विरोध आदि पर चर्चा करेंगे।
शांगहाई सहयोग संगठन की स्थापना के बाद पिछले 12 सालों में सदस्य देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच नियमित सम्मेलन का अहम कर्तव्य शिखर सम्मेलन में हासिल सहमति कार्यांवित करने के साथ-साथ सदस्य देशों के बीच व्यवहारिक सहयोग मजबूत करना है। इस पर चीनी उप विदेश मंत्री छंग क्वो फिंग ने कहाः
"यह पहला मौका होगा कि ली खछ्यांग शांगहाई सहयोग संगठन के प्रधानमंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेंगे। वे अन्य देशों के प्रधानमंत्रियों के साथ पिछले साल शांगहाई सहयोग संगठन के ढांचे में सहयोग में हासिल प्रगति की चर्चा करेंगे और सहयोग बढ़ाने के अहम कदम तय करेंगे।"
अब अन्तरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्थिति में परिवर्तन हो रहा है। विश्व आर्थिक पुनरुत्थान की गति धीमी रही है। शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देश आशा करते हैं कि सहयोग के जरिए समान विकास हो सकेगा। शांगहाई सहयोग संगठन विकास के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। छंग क्वो फिंग ने कहा कि ली खछ्यांग प्रधानमंत्रियों के सम्मेलन में दीर्घकालीन और कारगर सहयोग प्रस्ताव पेश करेंगे। सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय सड़क सहयोग समझौता संपन्न होने की संभावना है। छंग क्वो फिंग का कहना हैः
" यह समझौता सम्मेलन में संपन्न होने वाला अहम दस्तावेज है। समझौते से संबंधित वार्ता नौ सालों तक चली। अब सदस्य देशों ने देश में खुली सड़कों पर सहमति हासिल की है। समझौते के मुताबिक 2017 तक सदस्य देशों की सभी सड़कें अन्य सदस्य देशों के लिए खुल जाएंगी"
छंग क्वो फिंग ने कहा कि समझौता संपन्न होने के बाद विभिन्न सदस्य देशों के बीच आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक सहयोग घनिष्ठ हो होगा, जिसका क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था का विकास बढ़ाने में अहम महत्व होगा।
आतंकवाद विरोध में शांगहाई सहयोग संगठन के बीच सहयोग चीन की चिन्ता वाला मुद्दा है। इसपर छंग क्वो फिंग ने कहा कि होने वाले सम्मेलन में विभिन्न सदस्य देशों के प्रधानमंत्री इसपर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। छंग क्वो फिंग का कहना हैः
"आतंकवाद के खिलाफ शांगहाई सहयोग संगठन के सभी सदस्य देशों का रुख एक ही है। सम्मेलन के दौरान सदस्य देशों के प्रधानमंत्री उग्रवाद, पृथकतावाद और आतंकवाद, विशेषकर पूर्वी तुर्किस्तान संगठन आदि आतंकवादी शक्तियों का विरोध करने में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श करेंगे। चीन सुरक्षा सहयोग में अपना प्रस्ताव भी पेश करेगा।"