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जलवायु परिवर्तन एक विश्वव्यापी मुद्दा है, जो सभी देशों के साझा हित से जुड़ा हुआ है। जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में अन्तरराष्ट्रीय समुदाय के बीच सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। दक्षिण-दक्षिण सहयोग विकासशील देशों के लिए अपनी श्रेष्ठता दिखाने और समान विकास करने का अहम तरीका है। वॉरसॉ जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में चीन के नेतृत्व वाले विकासशील देशों ने दक्षिण-दक्षिण सहयोग को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया। चीन द्वारा अन्य देशों को दिए गए समर्थन और सहायता की अन्तरराष्ट्रीय समुदाय ने प्रशंसा की।
जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में चीन सरकार ने 2012 में अनवरत विकास पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में दक्षिण-दक्षिण सहयोग करने की घोषणा की और वादा किया कि 2011 से 2013 में अफ्रीकी देशों, सबसे गरीब देशों और छोटे द्वीप देशों को सहायता देने के लिए हर साल एक करोड़ अमेरिकी डॉलर दिए जाएंगे, ताकि जलवायु परिवर्तन का सामना किया जा सके। वॉरसॉ जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भाग लेने वाले चीनी प्रतिनिधिमंडल के नेता श्ये चन ह्वा ने कहा कि चीन दक्षिण-दक्षिण सहयोग का आह्वान करने वाला देश है। चीन का हमेशा से यही विचार रहा है अपने विकास के साथ साथ अन्य विकासशील देशों को पूरी सहायता दी जाय। श्ये चन ह्वा ने कहाः
"हमने युगांडा, बुरुन्डी और डॉमिनिका आदि 12 देशों के साथ जलवायु परिवर्तन के मुकाबले के लिए ज्ञापन संपन्न किया। चीन ने संबंधित देशों को 9 लाख ऊर्जा बचत लैंप, 10 हजार ऊर्जा बचत एयर कंडीशनिंग और 6000 सौर ऊर्जा उपकरण दिए। इसके साथ-साथ हमने जलवायु परिवर्तन के मुकाबले से जुड़ी 28 संगोष्ठियों का आयोजन भी किया।"
चीन सरकार के अलावा, चीन के विभिन्न उपक्रमों ने भी भेंट, पूंजी और तकनीक हस्तांतरण आदि माध्यमों से अविकसित देशों को ऊर्जा किफायत और कम प्रदूषण निकासी साकार करने में सहायता दी। हायर समूह (Haier) के विदेशी मामलों के मैनेजर सुन योंग ल ने कहा कि 2012 से हायर समूह ने नाइजीरिया, युगांडा, सामोआ और ग्रेनेडा आदि देशों को ऊर्जा की बचत करने वाले एसी दिए। हायर ने व्यापक विकासशील देशों में ऊर्जा बचत उपकरणों का उत्पादन करने के लिए कारखानों का निर्माण भी किया, ताकि इन देशों को ऊर्जा किफायत और कम प्रदूषण निकासी को समर्थन दिया जा सके। सुन योंग ल ने कहाः
"अब विदेशों में हायर के 30 से अधिक कारखाने हैं, जो ज्यादातर विकासशील देशों में स्थित हैं। उदारहण के लिए पाकिस्तान में हायर का औद्योगिक पार्क है और भारत व थाईलैंड में हायर के कारखाने उपलब्ध हैं। हायर लैटिन अमेरिका के वेनेज़ुएला में छह कारखाने स्थापित करेगा।"
दक्षिण-दक्षिण सहयोग में चीन के सक्रिय रवैये की संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के प्रमुख हेलन क्लार्क ने प्रशंसा की। उन्होंने कहाः
"चीन सरकार ने अक्षय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में विकासशील देशों के सैंकड़ों सरकारी अधिकारियों और तकनीक कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया है, जिसकी उल्लेखनीय उपलब्धि है। दक्षिण-दक्षिण सहयोग में चीन की नेतृत्व वाली भूमिका की अन्तरराष्ट्रीय समुदाय ने प्रशंसा की। व्यापक देश चीन के सफल अनुभव से सीख सकते हैं।"
विकासशील देशों से गठित जी-77 दक्षिण-दक्षिण सहयोग की अहम शक्ति है। जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर चीन और जी-77 का रुख बराबर है। जी-77 के वर्तमान अध्यक्ष देश फिजी के प्रतिनिधिमंडल के नेता जिको लुवेनी ने कहाः
"आर्थिक विकास और जलवायु परिवर्तन के मुकाबले में दक्षिण-दक्षिण सहयोग अहम तत्व है। जलवायु परिवर्तन की गति धीमी करने और पूंजी व तकनीक हस्तांतरण संबंधित वार्ता के प्रमुख मुद्दे हैं। दक्षिण-दक्षिण सहयोग के अलावा, उत्तरी इलाके के साथ सहयोग भी मजबूत करना चाहिए।"