भारत का पहला मंगल यान 5 नवंबर को दोपहर बाद 2 बजकर 38 मिनट पर आंध्र प्रदेश स्थित श्रीहरिकोटा के रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र से छोड़ा गया।
'मार्स आर्बिटर मिशन' भारतीय अंतरिक्ष संगठन द्वारा चलाया जाता है। जिसका कुल खर्च 4.3 अरब रुपये है, यानी लगभग 40 करोड़ युआन है। अंतरिक्ष यान का वज़न लगभग 1.3 टन है। इसका आकार एक फ्रिज़ के बराबर है।
मंगल यान अंतरिक्ष में 300 दिन की यात्रा करेगा। अनुमान है कि 24 सितंबर 2014 को वह मंगल ग्रह तक पहुंचेगा। उसके मुख्य मिशन हैं मंगल ग्रह पर भूमि, वायु व खनिज पदार्थों का अनुसंधान करना, और मंगल का नक्शा बनाना व इससे जुड़े डेटा को वापस भेजना। सर्वेक्षण कार्य छह महीने तक चलेगा।
अगर भारत सफलता के साथ इस अंतरिक्ष यान को मंगल ग्रह की मुख्य कक्षा में पहुंचाने में कामयाब रहा तो भारत एशिया में पहला देश बन जाएगा।
(मीनू)