131003ss
|
चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिन पिंग ने 3 सिंतबर को इंडोनेशिया में दिए अपने भाषण में मुख्य तौर पर चीन आसियान संबंध के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि चीन इंडोनेशिया समेत आसियान के सदस्य देशों के साथ परिस्थितियों का सामना करते हुए मिलकर आगे बढ़ने को तैयार है ताकि दोनों पक्ष अच्छे पडोसी ,दोस्त और साझेदार बन सकें। चीन आसियान के साथ मिलकर एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना चाहता है जहाँ दोनों पक्ष स्थानीय जनता का अधिक कल्याण कर सकें। शी चिनफिंग ने कहाः
नमस्ते। यह मेरी दक्षिण पूर्वी एशियाई यात्रा का पहला पडाव है ,जिसका उद्देश्य मैत्रीपूर्ण संबंध बरकरार रखते हुए सहयोग की संभावनाओं को विस्तृत करना है।
स्थानीय समयानुसार तीन अक्टूबर की सुबह इंडोनेशिया की कांग्रेस में शी चिन पिंग ने यह भाषण दिया। सूत्रों के मुताबिक इंडोनिशिया ने पहली बार किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को कांग्रेस में भाषण देने के लिए आमंत्रित किया है। उस दिन इंडोनेशिया के सांसदों ,प्रमुख सरकारी अधिकारियों ,विशेषज्ञों और विद्यार्थियों समेत लगभग 900 लोग वहाँ पर उपस्थित थे।
इंडोनेशिया चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनपिंग की मौजूदा यात्रा का प्रथम पडा़व है। उन्होंने अपने भाषण में दो देशों के संबंधों का उच्च मूल्यांकन किया। उन्होंने एक स्थानीय लोकगीत सुंदर सोलो नदी का जिक्र करते हुए कहा कि दो देशों की मैत्री सोलो नदी की तरह पहाडों के बीच होकर गुज़रती है और महासागर की ओर बढ़ते हुए अपना मुश्किल रास्ता तय करती है। उन्होंने कहा ,
महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों में चीन और इंडोनेशिया का सहयोग निरंतर बढ़ रहा है। दोनों देशों के संबंधों का क्षेत्रीय व विश्व पर प्रभाव पड़ रहा है जो अधिक न्यायपूर्ण व युक्तियुक्त अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक संबंध की स्थापना में सकारात्मक महत्व रखता है। इंडोनिशियाई जनता का मानना है कि धन कमाना आसान है, दोस्तों का मिलना मुश्किल। हमारे दोनों देशों की जनता के बीच मैत्री अत्यंत मूल्यवान है।
वर्तमान साल चीन और आसियान के बीच रणनीतिक साझेदारी संबंध की स्थापना की 10वीं वर्षगांठ है ।इस संदर्भ में शी चिन पिंग ने अपने भाषण में कहा कि दोनों पक्षों को आपसी विश्वास ,सहयोग ,समान विजय ,पारस्परिक मदद व विचार ,खुलेपन और समावेश पर कायम रहना चाहिए ।शी चिन पिंग ने अपने भाषण में कई ठोस सुझाव पेश किये। चीन आसियान के सदस्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग समझौते पर विचार विमर्श करने को तैयार है ।चीन आसियान के साथ मुक्त व्यापार जोन का स्तर उन्नत कर वर्ष 2020 तक द्विपक्षीय व्यापार 10 खरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की कोशिश करेगा। चीन आसियान के साथ एशियाई बुनियादी ढांचा निवेश बैंक की स्थापना और समुद्री रेशम मार्ग का निर्माण करना चाहता है। चीन दोनों पक्षों के बीच रक्षा मंत्री स्तरीय बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दे पर नियमित भेंटवार्ता करने को तैयार है। इसके अलावा चीन भावी तीन से पांच साल तक आसियान देशों को 15 हज़ार सरकारी छात्रवृत्ति प्रदान करेगा।
शी चिनपिंग ने बताया कि चीन और आसियान को पारस्पिरक सम्मान के आधार पर एक दूसरे से सीखना चाहिए और खुला व समावेशी रूख अपनाकर अन्य क्षेत्रों के साथ सहयोग करना चाहिए ।उन्होंने कहा ,
हमें सक्रियता से अन्य क्षेत्रों के विकास के अनुभव से सीखना चाहिए और क्षेत्रीय विकास व स्थिरता के लिए क्षेत्र के बाहर के देशों की रचनात्मक भूमिका का स्वागत करना चाहिए। इसके साथ अन्य देशों को इस क्षेत्र की विविधता का सम्मान कर इस क्षेत्र के विकास व स्थिरता के लिए अधिक लाभकारी काम करना चाहिए । चीन और एशिया के बीच समान भविष्य वाले समुदाय, आसियान समुदाय और पूर्वी एशिया समुदाय से घनिष्ठ संबंध रखता है। उन्हें अपने साथ विविधता ,सहअस्तित्व ,समावेशी और समान प्रगति द्वारा कर इस क्षेत्र की जनता और विश्व को फायदा पहुँचाना चाहिए ।