भारतीय सेना से मिली खबर के अनुसार भारत अधिकृत कश्मीर में स्थित सैन्य ठिकाने व पुलिस स्टेशन पर 26 सितंबर को कुछ अज्ञात सशस्त्र व्यक्तियों द्वारा हमला किया गया, जिसमें कम से कम 12 व्यक्तियों की मौत हुई। अमेरिका में चल रही संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग ले रहे भारतीय प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि इस घटना से भारतीय व पाक प्रधानमंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता पर असर नहीं पड़ेगा।
26 सितंबर की सुबह 3 सशस्त्र व्यक्तियों ने भारत अधिकृत कश्मीर में स्थित एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया और हथगोले छोड़े, जिसमें 6 पुलिस कर्मियों व दो नागरिकों की मौत हो गई। बाद में सशस्त्र व्यक्ति एक ट्रक लूटकर एक सैन्य ठिकाने की ओर गए। दोनों पक्षों की गोलाबारी में एक भारतीय सैन्य अधिकारी व 3 सैनिक मारे गये। चार घंटे तक चली मुठभेड़ के बाद भारतीय सैन्य बलों ने 3 सशस्त्र व्यक्तियों को मार डाला। वर्तमान में भारत इस घटना की जांच पड़ताल कर रहा है।
इस समय भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने गए हैं और इस दौरान उनकी पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ के साथ वार्ता करने की भी योजना है। भारत की सब से बड़ी विपक्ष पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने इस घटना के बाद इस वार्ता को रद्द करने की मांग की, और कहा कि वार्ता की पूर्वशर्त शांतिपूर्ण वातावरण में होनी चाहिये। विपक्ष पार्टी की मांग के जवाब में सिंह ने बयान जारी कर कहा कि यह शांति के खिलाफ़ सशस्त्र व्यक्तियों द्वारा की गई हिंसक कार्रवाई ही है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना से भारत व पाकिस्तान के बीच वार्ता में मौजूद मतभेदों का समाधान करने की रोकथाम नहीं की जा सकेगी। सशस्त्र व्यक्तियों का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। साथ ही सिंह ने पीड़ित मृतकों के परिजनों के प्रति शोक प्रकट किया। इसके अलावा भारतीय रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने 26 सितंबर को इस हमले की कड़ी निंदा की।
चंद्रिमा