जी-20 का आठवां शिखर सम्मेलन 6 सितंबर को जारी रहा। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने सम्मेलन में व्यापार आदि विषयों पर भाषण दिया।
शी चिनफिंग ने कहा कि वर्तमान में व्यापार संरक्षणवाद उभर रहा है। दोहा रांउड वार्ता में कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई, बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के सामने कई चुनौतियां हैं। ऐसे में आर्थिक मंदी से उबरने के लिए स्थिति अच्छी नहीं। जी-20 समुह का व्यापार विश्व का 80 प्रतिशत है, इसलिए जी-20 समुह को ज़िम्मेदारी उठाकर विश्व व्यापार का महान विकास आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले व्यापार संरक्षणवाद का विरोध होना चाहिए। ठीक उसी तरह जैसे खिड़की खोलने पर ताज़ा हवा अंदर आती है। व्यापार संरक्षणवाद और व्यापार उपचार कदमों के दुरुपयोग से खुद को और दूसरों को भी नुकसान पहुंचेगा। जी-20 समुह को स्वतंत्र और खुले वैश्विक व्यापार वातावरण की स्थापना के लिए कोशिश करनी चाहिए, ताकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार स्वतंत्र और सरल हो। दूसरा बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली मज़बूत करके दोहा रांउड वार्ता आगे बढ़ाना चाहिए। मौजूदा बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली का केंद्र विश्व व्यापार संगठन है। क्षेत्रीय मुक्त व्यापार सहयोग में भाग लेते समय खुलेपन, समावेशी और पारदर्शिता के सिद्धांत का पालन करना चाहिए। तीसरा वैश्विक मूल्य श्रृंखला बेहतर कर वैश्विक समन्वित बाज़ार की स्थापना करनी चाहिए। वैश्विक मूल्य श्रृंखला में विभिन्न देशों के कार्य और हित अलग हैं। विकासशील देशों को व्यापार क्षमता के निर्माण में सहायता देनी चाहिए।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि चीन की व्यापार रणनीति है- समान जीत व एकाधिक संतुलन। चीन निर्यात स्थिर करते हुए आयात भी व्यापक करेगा, ताकि विदेशों के साथ व्यापार में संतुलन हो और बेहतर रूप से वैश्विक मूल्य श्रृंखला में शामिल हो। चीन जी-20 समुह के अन्य सदस्य देशों के साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार की स्वतंत्रता और वैश्विक अर्थव्यवस्था के खुलेपन के लिए प्रयास करेगा।
(दिनेश)