20国峰会
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जी 20 देशों का 8वां शिखर सम्मेलन 5 सितम्बर को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में शुरू हुआ। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने सम्मेलन में भाग लिया। अपने भाषण में उन्होंने खुली विश्व अर्थव्यवस्था की रक्षा व विकास पर जोर दिया। साथ ही शी चिनफिंग ने बताया कि चीन मजबूती के साथ सुधार करता रहेगा और आपसी लाभ व समान उदार वाली खुली रणनीति पर कायम रहेगा। चीन अर्थव्यवस्था के सतत व स्वस्थ विकास को साकार करने में सक्षम है।
हाल में दुनिया में आर्थिक विकास धीमा रहा, अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संकट में प्रतिबिंबित अंतरविरोध तीव्र रहा है और ढांचागत समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है। इसी पृष्ठभूमि में सेंट पीटर्सबर्ग शिखर सम्मेलन में विकास व रोजगार टीम बनी। 5 सितंबर को आयोजित पहले दौर के सम्मेलन में विभिन्न देशों के नेताओं ने वैश्विक आर्थिक परिस्थिति, व्यापार, विकास, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा की वित्तीय व्यवस्था के रूपांतरण आदि मुद्दों पर भाषण दिए। विभिन्न पक्षों ने कहा कि जी 20 के विभिन्न सदस्य देशों को नीतिगत समन्वय व सहयोग को प्रगाढ़ कर मुद्रा नीति के प्रभाव का अच्छी तरह निपटारा करना चाहिए। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार की स्थिरता की रक्षा करनी चाहिए और विभिन्न देशों के कल्याण पर ख्याल करना चाहिए, ताकि विश्व के अर्थव्यवस्था के मजबूत, सतत व स्थिर विकास के लिए नींव डालें।
दुनिया का दूसरा आर्थिक समुदाय होने के नाते चीन किस तरह दुनिया के आर्थिक निपटारा में भाग ले सकेगा?चीन का आर्थिक विकास का भविष्य कैसा है?दुनिया चीन की आवाज़ सुनने का इन्तज़ार कर रही है। चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने अपने भाषण में विभिन्न देशों से एक सामंजस्यपूर्ण विश्व अर्थंव्यवस्था की रचना करने की अपील की। उन्होंने कहा कि विकास व सृजन विश्व अर्थव्यवस्था के अनवरत विकास की आवश्यक्ता है। विभिन्न देशों को आर्थिक विकास की गुणवत्ता व लाभ को उन्नत कर सक्रिय ढांचागत रूपांतरण से आर्थिक प्रतिस्पर्द्धा शक्ति को मज़बूत करना चाहिए। दुनिया के विभिन्न देशों को अपने देश का कल्याण ढूंढ़ते समय अन्य देशों के कल्याण का भी ख्याल करना चाहिए। कल्याण का मेल मिलाप विश्व अर्थव्यवस्था के संतुलित विकास की मांग है। विभिन्न देशों को कल्याण का उपभोग करने का ग्लोबल चेन की स्थापना करके आपसी लाभ व समान उदार का विकास करना चाहिए।
शी चिनफिंग ने जोर दिया कि जी 20 के विभिन्न सदस्य देशों को और घनिष्ठ आर्थिक साझेदारी संबंधों की स्थापना करनी चाहिए और अपना कर्त्तव्य निभाना चाहिए। पहला, जिम्मेदार समग्र आर्थिक नीति अपनायी जाए। चीन अर्थव्यवस्था के सतत व स्वस्थ विकास को साकार करने में सक्षम है। दूसरा, खुली विश्व अर्थव्यवस्था की समान रक्षा व विकास किया जाना चाहिए। विविधतापूर्ण संरक्षणवाद का विरोध करके स्वतंत्र, खुली व गैर भेदभाव वाली बहुपक्षीय व्यापारिक प्रणाली की रक्षा की जानी चाहिए। तीसरा, ग्लोबल आर्थिक निपटारा को परिपक्व करके इसे और न्यायपूर्ण बनाने की कोशिश करने की ज़रूरत है।
चीन की आर्थिक नीति की चर्चा में शी चिनफिंग ने कहा कि चीन व्यापक रूपांतरण को गहरा करने का अनुसंधान कर रहा है। चीन बाजार प्रणाली के निर्माण को मज़बूत कर समग्र नियंत्रण, टैक्स, वित्त, पूंजी और प्रशासनिक प्रबंध आदि क्षेत्रों के रूपांतरण को आगे बढ़ाएगा और संसाधनों के बंटवारे में बाजार की बुनियादी भूमिका अदा करेगा। चीन ब्याज व मुद्रा की विनिमय दर के रूपांतरण को और गहरा करेगा, आपसी लाभ व समान उदार के खुली रणनीति अपनाएगा, पूंजी व व्यापार के रूपांतरण को गहन करेगा। वहीं कानूनों को परिपक्व करेगा और सलाह मश्विरे से संबंधित देशों के व्यापारिक विवादों का अच्छी तरह समाधान करेगा। ताकि चीन में विदेशी कारोबारों के लिए न्यायपूर्ण संचालन का कानूनी वातावरण तैयार किया जा सके।
6 सितंबर को शिखर सम्मेलन के दूसरे दौर की बैठक जारी है।
(श्याओयांग)