चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने 5 सितंबर को जी-20 के आठवें शिखर सम्मेलन में वैश्विक आर्थिक स्थिति के बारे में भाषण दिया। विदेशी विशेषज्ञों और विद्वानों ने कहा कि शी चिनफिंग के भाषण से सुधार लागू करने और खुली विश्व अर्थव्यवस्था का विकास करने का चीन का निर्णय जाहिर हुआ है। विश्वास है कि चीन अपनी अर्थव्यवस्था का सतत व स्वस्थ विकास कायम रखने और विश्व अर्थव्यवस्था में सक्रिय भूमिका निभाने में सक्षम है।
भारतीय पर्यवेक्षक फाउंडेशन के उपाध्यक्ष नंदन उन्नीकृष्णन ने कहा कि वैश्विक आर्थिक प्रशासन के बारे में शी चिनफिंग का विचार सक्रिय और रचनात्मक है। शी चिनफिंग ने जी-20 को विश्व अर्थव्यवस्था स्थिर बनाने, वैश्विक वित्तीय सुरक्षा नेटवर्क स्थापित करने और वैश्विक आर्थिक प्रशासन सुधारने की अहम शक्ति बनाने का सुझाव दिया। वे इसकी प्रशंसा करते हैं।
चीनी मामलों के फ्रांसीसी विशेषज्ञ, आठवें पेरिस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पियरे पिकार्ड ने कहा कि शी चिनफिंग का भाषण वर्तमान स्थिति के अनुरूप है। सभी देशों को स्वस्थ आर्थिक वातावरण तैयार करने के लिए सलाह करना चाहिए। चीन में आर्थिक स्थिति अच्छी है। अर्थव्यवस्था के दीर्घकालीन विकास में मौजूद मामलों के समाधान के लिए चीन सरकार कदम उठा रही है, जिससे चीन सरकार की बुद्धिमत्ता जाहिर होती है।
कनाडा के टोरंटो विश्वविद्यालय की परियोजना से जुड़ी अलेक्सी अलेक्सेंद्रोव ने कहा कि शी चिनफिंग के भाषण से चीन का जिम्मेदार रवैया प्रतिबिंबित हुआ है। चीन का स्वस्थ विकास विश्व अर्थव्यवस्था के पुनरुत्थान के लिए योगदान देगा।
(ललिता)