G20
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जी-20 का आठवां शिखर सम्मेलन 5 सितंबर को रूस के उत्तर-पश्चिमी शहर सेंट पीटर्सबर्ग में शुरू हुआ। शिखर सम्मेलन से पहले चीन के उप वित्तमंत्री चू क्वांग याओ ने देसी-विदेशी संवाददाताओं के साथ एक इंटरव्यू में कहा कि चीन द्वारा अपने आर्थिक मामलों का उचित समाधान करना विश्व अर्थव्यवस्था के लिए अहम् योगदान है।
जी-20 का आठवां शिखर सम्मेलन सेंट पीटर्सबर्ग में स्थित रूसी राष्ट्रपति के राजभवन कोंसटेनटाइन पैलेस में शुरू हुआ। विभिन्न देशों और संगठनों के जाने-माने लोग 4 सितंबर से आने लगे है। चीनी प्रतिनिधिमंडल पर लोगों का ध्यान केन्द्रित हुआ है।
वर्तमान शिखर सम्मेलन का विषय आर्थिक विकास और रोजगार बढ़ाना है। सम्मेलन से पहले हुए एक इंटरव्यू में चीनी उप वित्तमंत्री चू क्वांग याओ ने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में व्यापक अस्थिरता बनी हुई है। इस स्थिति में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन होना एक बड़े महत्व की बात है। उन्होंने कहाः
"अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक ने धीरे-धीरे (क्यूई) क्वान्टिटेटिव इजिंग यानि मात्रात्मक सहजता व्यवस्था से हटाने की घोषणा की। इससे विश्व वित्तीय बाजार में अस्थिरता पैदा हुई है और नवोदित बाजार के वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव आया है। कुछ नवोदित देशों में भुगतान की समस्या बिगड़ रही है और पूंजी के बाहर जाने और मुद्रा का अवमूल्यन होने की चुनौतियां पैदा हुईं है।"
चू क्वांग याओ ने कहा कि अमेरिका द्वारा क्यूई से हटाने की चुनौती के अलावा, यूरोप में ऋण संकट का प्रभाव अब तक दूर नहीं हुआ है। नवोदित बाजार भी कुछ नए मसलों का सामना कर रहे हैं। विश्व अर्थव्यवस्था के विकास पर प्रभाव पड़ने वाले अहम मुद्दों पर चीन का रुख स्पष्ट है। सबसे पहला है कि खुद के आर्थिक मामलों का उचित समाधान करना। उन्होंने कहाः
"सबसे पहले हमें चीन में मौजूद मामलों का उचित समाधान करना चाहिए। चीन में आर्थिक ढांचे का समायोजन करना और आर्थिक वृद्धि की गुणवत्ता को उन्नत करना चाहिए, ताकि देश में अर्थव्यवस्था का सतत व स्वस्थ विकास कायम हो सके।"
इसके साथ-साथ चीनी उप वित्तमंत्री चू क्वांग याओ ने कहा कि चीन सरकार इन मामलों के मुकाबले के लिए कारगर कदम उठाएगी। हमें विश्वास है कि 2013 में चीनी आर्थिक वृद्धि दर 7.5 प्रतिशत बनी रहेगी। उनका कहना हैः
"चीनी अर्थव्यवस्था संसाधन संरक्षण और पर्यावरण अनुकूल की दिशा में बढ़ रही है। हमें विश्वास है कि चीन में आर्थिक ढांचे का समायोजन लगातार बढ़ाया जाएगा, जिससे आर्थिक वृद्धि की गुणवत्ता उन्नत हो सके। इसके साथ साथ हमें विश्वास भी है कि देश में मुद्रा स्फिति दर 3.5 फीसदी से कम नियंत्रित की जाएगी और हर साल एक करोड़ नए रोजगार दिए जाएंगे। चीन में आर्थिक विकास का लाभ चीनी लोगों के साथ साथ पूरी दुनिया को भी मिल पाएगा।"
चू क्वांग याओ ने कहा कि चीन जी-20 को विकसित और नवोदित आर्थिक शक्तियों के विकास में समन्वय करने वाला अहम मंच मानता है। नियम के मुताबिक जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स देश बैठक आयोजित करते हैं, जिसमें महत्वपूर्ण राजनीतिक मामलों, रुखों में ताल-मेल और ब्रिक्स देशों के सहयोग आदि मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाता है। इस तरह की बैठक जी-20 में नवोदित आर्थिक शक्तियों का प्रभाव बढ़ाने के लिए लाभदायक है।
गौरतलब है कि वर्तमान शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर चीनी प्रतिनिधिमंडल का न्यूज केन्द्र स्थापित हुआ है, जिससे चीनी पक्ष की संबंधित सूचनाएं जारी की जाएंगी और अहम अन्तरराष्ट्रीय मुद्दों पर चीन के रुख पर प्रकाश डाला जाएगा। चीनी विदेश मंत्रालय के न्यूज विभाग के उप प्रमुख वू फंग ने कहा कि रूस के अलावा चीनी प्रतिनिधिमंडल का न्यूज केन्द्र सबसे बड़ा है। इससे जी-20 में चीन का बढ़ रहा प्रभाव जाहिर हुआ है। चीन को भी आशा है कि जी-20 के जरिए देश की खुली और सहनशीलता वाली छवि दिखाई जा सकेगी।
(ललिता)