नेपाली मंत्रिमंडल के प्रमुख सचिव लीरास मणि बडियार ने 3 सितंबर को ल्हासा में तिब्बत स्वायत प्रदेश की सरकार से कहा कि किसी भी संगठन और व्यक्ति को नेपाल की भूमि से चीन विरोध की आज्ञा नहीं मिलेगी।
सूत्रों के अनुसार लीरास मणि बडियार नेपाल सरकारी प्रतिनिधि मंडल के नेतृत्व में तिब्बत में 14वें चीन तिब्बत-नेपाल आर्थिक और व्यापारिक मेले में भाग लेने के लिए चीन में हैं। 3 तारीख को तिब्बत स्वायत प्रदेश के अध्यक्ष लोसांग च्यांगछुन ने प्रतिनिधि मंडल से भेंट की।
लोसांग च्यांगछुन ने इस मामले पर नेपाल सरकार के प्रति आभार प्रकट किया कि वह तिब्बत से संबंधित सवालों पर हमेशा से चीन के रुख का समर्थन करती है, 14वें दलाई गुट को नेपाल की भूमि से चीन विरोध की आज्ञा नहीं मिलेगी, चीन और नेपाल के बीच अच्छे पड़ोसी संबंध हैं और दोनों देशों के बीच सीमा की शांतिपूर्ण रक्षा के लिए बड़ी कोशिश कर रही है।
लीरास मणि बडियार ने तिब्बत के आर्थिक और सामाजिक विकास में प्राप्त बड़ी उपलब्धियों की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि नेपाल हमेशा से एक चीन की नीति पर कायम रहेगा और किसी भी संगठन और व्यक्ति को नेपाल से चीन विरोध की आज्ञा नहीं देगा। उन्हें आशा है कि अर्थतंत्र और व्यापार, संस्कृति, पर्यटन, पोर्ट निर्माण जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि दोनों देशों की जनता के बीच परंपरागत मैत्री को निरंतर प्रगाढ़ बनाया जा सके।
(वनिता)