मुंबई स्थित चीनी जनरल कौंसुलर ल्यू यो फा ने हाल में भारती विश्वविद्यालय में आयोजित एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमैंट स्कूल के वार्षिक सम्मलेन के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया। एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमैंट स्कूल के अध्यक्ष पाटिल और मुंबई विश्वविद्यालय के प्रमुख राजन वेलुकर समेत 1000 से अधिक जाने-माने व्यक्तियों और विश्वविद्यालयों के छात्र व अध्यापक भी इस मौके पर मौजूद थे।
ल्यू योफा ने अपने भाषण में हाल के वर्षों में राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में चीन और भारत के बीच संबंधों के विकास से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि चीनी प्रधानमंत्री ली खछ्यांग की भारत यात्रा का बड़ा महत्व है। चीन और भारत दोनों विकासशील देश और नवोदित बाजार हैं। दोनों के बीच सहयोग का महत्व और प्रभाव द्विपक्षीय संबंधों से ज्यादा अहम है।
चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक कॉरिडोर की चर्चा में ल्यू यो फा ने कहा कि चीन और भारत ने चीन-भारत-म्यांमार आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण का प्रस्ताव पेश किया, जिससे चीन के पश्चिम इलाके में खुलेद्वार की नीति और भारत की पूर्व की दिशा में बढ़ाने की योजना से जोड़ा गया है।
मुंबई विश्वविद्यालय के प्रमुख राजन वेलुकर ने विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस संस्थान की स्थापना में मुम्बई स्थित चीनी कौंसुलेट द्वारा किए गए समर्थन और सहयोग की प्रशंसा करते हुए एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैनेजमैंट स्कूल के अध्यापकों व छात्रों से आर्थिक, व्यापारिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच आवाजाही में योगदान करने की अपील की।
(ललिता)