मुझे चीनी भाषा जानते हुए 5 साल से ज्यादा हो गया है। वर्ष 2009 में जब मैं पहली बार चीन आया था, तो उससे पहले 2 साल दिल्ली में चीनी भाषा सीखी थी। मुझे चीनी भाषा पढने का ऐसा शौक चढा कि अपनी लॉ की पढाई खत्म करने के बावजुद भी वकालत को अपना पेशा ना बनाकर, इसी भाषा में अपना करियर बनाया। करियर के लिहाज़ से मुझे इस भाषा से बहुत लाभ हुआ है। आज में आपको ऐसे 10 वजह बताउंगा, जो आप चीनी भाषा सीखने पर मज़बुर हो जाएंगे।
1. आने वाले अवसरों के लिए तैयार होना- यदि आप अपने बच्चों को चीनी भाषा बोलना सीखाते हैं, तो इस तेजी से बढ़ रहे प्रतिस्पर्धी व्यापारिक दुनिया में फायदा पहुँचाने का एक शानदार तरीका होगा। चीन गतिहीनता की अवधि से उभर रहा है और फिर से दुनिया की महाशक्तियों में अपना स्थान बना रहा है। आज कल भारत समेत अन्य देशों में छोटी-बड़ी कम्पनियों में चीनी अनुवादक या चीनी भाषा का ज्ञान रखने वालों की मांग बढ़ रही है। चीन इस समय दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और प्रति वर्ष 10% औसत की भारी वृद्धि दर है। इस विशाल आर्थिक बदलाव और अवसरों का लाभ उठाने के लिए चीनी भाषा का जानना जरूरी है।
2. हर चीज़"मेड़ इन चाईना"- आईफोन से लेकर अन्य दूसरी तकनीकी डिवाइस, सब सस्ते दामों पर उपलब्ध है। इसके पीछे कारण है कि ये सब चीन निर्मित है, यानि मेड़ इन चाईना है। चीन अब संसार का कारखाना बन चुका है, और अपनी तकनीक को हर जगह फैला रहा है। मैनें एक जगह पढ़ा था कि नोबल पुरस्कार विजेता रोबर्ट मुंडेल ने कहा था कि चीन बहुत जल्द ही दूनिया का सबसे बड़ा कारखाना बन जाएगा, पर साथ में कहते है कि उन्हें लगता है कि बन चुका है। अब ज्यादातर सभी चीज़ों का निर्माण और उसका डिजाईन चीन में होता है। इस बिजनस की दूनिया में, ख़ासकर उत्पादन के क्षेत्र में, चीनी भाषा का ज्ञाण होना बहुत फायदेमंद है।
3. आयात-निर्यात के अवसर- चीन भारत, यूएस, यूरोप आदि देशों के लिए एक बहुत बड़ा निर्यातक बाज़ार है। संसार की जनसंख्या का एक बँटा पांच भाग चीन में रहता है। एशिया में कई देशों की अर्थव्यवस्था पर प्रवासी चीनियों का आधिपत्य है। चीनी भाषा बोलकर आप उनके साथ अपने बिजनस को एक नई उंचाई तक ले जा सकते हैं। इंड़ोनेशिया, फिलिपिन्स, थाईलैंड़, सिंगापुर, मलेशिया आदि देशों में प्रवासी चीनी लोग बड़ी संख्या में रहते है। चीन यूएस के साथ बहुत बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर बन गया है। केवल अमेरिका के साथ ही नहीं, बल्कि भारत समेत कई अन्य देशों के साथ भी।
4. बिजनस ड़िलिंग- चीन से यूएस जाने में 12 घण्टे लगते है। भारत जाने में साढ़े छ घण्टे के करीब लगता है। मेरा मानना है कि फोन, या इण्टरनेट के जरिए यह दूरी खत्म हो जाती है। अब के समय में चीन, यूएस, या अन्य देशों में कॉल करना इतना मंहगा नहीं रहा है। नेट के जरिए कॉल करना बहुत सस्ता पड़ता है। अगर स्काईप आदि सॉफ्टवयर का इस्तेमाल करते है, तो खर्चा न के बराबर होता है। इस तकनीकी बदलाव का फायदा आप चीनी भाषा जानकर उठा सकते हैं। आप दूनिया के किसी भी कोने से बैठकर चीन के लोगों के साथ चीनी भाषा में बात कर सकते है। इससे आपके बिजनस में बहुत मदद मिल सकती है।
5. राजनीतिक अवसर- आप जानते है कि ऑस्ट्रियाई प्रधानमंत्री केविन रुड़ बहुत अच्छी चीनी भाषा बोल लेते है। अमेरिका के ट्रेजरी सचिव टिमोथी गेतनर ने पेईचिंग विश्वविधालय से चीनी भाषा पढी है। अमेरिका के उता राज्य के पूर्व गर्वनर, और राष्ट्रपति उम्मीदवार ज़ोन हंट्समैन चीनी भाषा धाराप्रवाह बोलते है। चीन संसार के हर कोने में निवेश कर रहा है, तो सरकारी मामलों में शामिल होना चीनी भाषा सीखने का एक अन्य कारण है।
6. चीन की दिलचस्प संस्कृति को जानना- चीन की संस्कृति करीब 5 हजार वर्ष पुरानी है। चीनी भाषा जानने से, आप चीनी संस्कृति व सभ्यता को अच्छी तरह से समझ सकते है। मेरा मानना है कि किसी एक देश की भाषा को जानने से आप उस देश की आत्मा को जान सकते है। संसार की 20 प्रतिशत आबादी चीन में रहती है, तो उनके साथ संपर्क बनाना काफी फायदेमंद रहेगा।
7. सोचने का नया नज़रिया- मैनें एक आर्टिकल पढ़ा था, जिसमें लिखा था कि अगर कोई इंसान एक से ज्यादा भाषा का ज्ञान रखता है, तो उसके सोचने की शक्ति काफ़ी प्रबल हो जाती है। वह एक बात को भिन्न-भिन्न प्रकार से अभिव्यक्त कर सकता है। जब एक बच्चा किसी एक शब्द का उपयोग करता है, तो वह शब्द उस बच्चे के मस्तिष्क पर जोर देता है, और अन्य दूसरी भाषा में भी सोचता है, जो वह जानता है। यह जग जाहिर है कि चीनी भाषा संसार की सबसे मुश्किल भाषा है, और इसे सीखने में दिमाग पर वाकई जोर पड़ता है, और इससे दिमाग की अच्छी ख़ासी कसरत हो जाती है।
8. प्रतिर्स्पधात्मक लाभ- भारत के स्कूलों के साथ-साथ अन्य देशों के स्कूलों में भी चीनी भाषा तेज़ी से बढ़ रही विदेशी भाषा है। मैं चाहता हूँ कि हमारे युवा लोगों को आगे बढ़ने के मौके मिलते रहें, और आज के प्रतिर्स्पधात्मक युग में बने रहने के लिए चीनी भाषा सीखना एक बेहतर मौका हैं।
9. हम क्यों नहीं- मंदारिन चीनी भाषा अंग्रेजी के बाद दूसरी सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली विदेशी भाषा है। यूएस, जापान, दक्षिण कोरिया, पाकिस्तान, यूरोप के कई देशों में चीनी भाषा का बोलबाला है। सभी देशों ने चीनी भाषा पर अपना फोकस बनाये हुए है। मंदारिन भाषा इण्टरनेट पर सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली भाषा है। हम भारतीय इस भाषा से क्यों अछूते रहे। हमें भी समय की मांग को देखते हुए चीनी भाषा सीखनी चाहिए।
10. दोस्त और फैमली - चीनी लोग सेवाभाव और मित्रता के लिए जाने जाते है। वे संबंध निभाने में बड़े पक्के होते है। मेरा खुद का अनुभव है कि अगर आप चीनी लोगों से दोस्ती करते हो, तो वे भी आपके साथ निस्वार्थ मित्रता निभाते है। वे आमतौर पर स्वभाव से सीधे और सरल होते है। अगर आप उनके साथ उनकी भाषा में बातचीत करना शुरू कर दें, तो वे आपसे इतने प्रभावित हो जाते है कि फिर वे आपको अपने सर-आखों पर बैठा लेते हैं। उनके साथ चीनी भाषा में बातचीत करना काफी अच्छा रहता है। यदि आप चीनी समुदाय के बीच रहते है, तो उनके साथ चीनी भाषा बोलना बड़ा फायदेमंद रहता हैं। चीनी भाषा बोलना न सिर्फ बिजनस के लिहाज़ से बढिया है, बल्कि दोस्त और रिश्ते बनाने के लिए भी अच्छा है। इस भाषा से उनके साथ संबंध जोड़ सकते हैं।
(अखिल पाराशर)