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चीनी विदेशी सहायता चिकित्सा दल के डाक्टर
2013-08-16 15:09:18

इस साल विदेशों में चीन द्वारा दी जाने वाली चिकित्सा सहायता की 50वीं वर्षगांठ है। इस सदी के मध्य से अब तक चीनी विदेशी सहायता चिकित्सा दल ने दुनिया के 66 देशों और क्षेत्रों में अपने शानदार चिकित्सा कौशल,ईमानदारी और प्रेम से 20 करोड़ से अधिक रोगियों का इलाज किया है। जिन्हें चीन से आये 'एंजेल'फरिशते माना जाता है।

इस सदी में पांच महाद्वीप विशेषकर अफ्रीकी देशों में चीन सरकार द्वारा भेजे गए विदेशी सहायता चिकित्सा दल के बारे में आपको बताते हैं। हाल में अफ्रीका के 42 देशों में चीनी विदेशी सहायता चिकित्सा दल अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। अफ्रीका में दल के सदस्यों को जटिल स्थिति का मुकाबला करने के साथ-साथ मलेरिया, हैजा और एड्स आदि रोगों का भी सामना करना पड़ता है।

केप वई स्थित चीनी चिकित्सा दल के डॉक्टर ल्यू केइ ने संवाददाता को बताया कि कभी-कभी तो उन्हें एक दिन में 16 सर्जरियाँ करनी पड़ती हैं और उसके एचआईवी संक्रमण के खतरे का मुकाबला भी। उन का कहना है।

स्थानीय आकड़ों के अनुसार एचआईवी संक्रमण दर 30 प्रतिशत से अधिक है। हमें सर्जरी के दौरान अधिक सावधान रहना चाहिए।

चीनी सरकारी आकड़ों के मुताबिक अभी तक चिकित्सा दल के 50 सदस्य किसी बीमारी, युद्ध और दुर्घटना का शिकार हुए और उनकी मृत्यु हो गई।

चीन के एनह्वी चिकित्सा विश्वविद्यालय के अधीन द्वितीय अस्पताल की उपनेता यांग ली ची विदेशी चिकित्सा दल के साथ दो बार यमन गईं। उन्होंने कहा कि हालांकि, स्थानीय काम और जीवनशैली चीन से अधिक जटिल है, लेकिन स्थानीय निवासी बहुत सरल और ईमानदार हैं। वे चीनी डॉक्टरों का सम्मान करते हैं और हम पर भरोसा भी। बाल रोग चिकित्सक के रूप में बच्चों का इलाज करना मेरे लिये सब से बड़ी खुशी की बात है। उन्होंने कहाः

जब मैं प्रथम बार येमन गई, तो वहाँ मुझे एक बहुत छोटा बच्चा मिला। उसके परिजनों को लगता था कि वह अब ज्यादा दिन जीवित नहीं रहेगा। लेकिन मेरा मानना था कि मैं उस नन्ही-सी जान को बचाना के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूँगी। मुझे कैसे भी उसकी जान बचानी है। उसके बाद अब मैं चार सालों के बाद फिर एक बार यमन गई तो उस बच्चे ने मुझे देखा और मां कहकर पुकारा।

सामान्य संक्रमण रोगों के इलाज के अलावा चीनी चिकित्सा दल ने सेवा प्राप्तकर्ता देशों का आधुनिकतम चिकित्सा प्रौद्योगिकी से परिचय करवाया और एक्यूपंक्चर व मालिश का दुनिया में प्रचार-प्रसार किया।

क्वांगशी जन अस्पताल के डॉक्टर चो शी ह्वी ने अफ्रीका के नाइजर और कोमोरोज में 12 सालों तक काम किया। उन्होंने एक्यूपंक्चर द्वारा बहुत रोगियों का इलाज किया। उनका कहना हैः

नाइजर में एक बार एक रोगी कोमा में चला गया था, मैंने एक्यूपंक्चर से उनका इलाज किया। उन्होंने मुझे चीनी प्रतिभाशाली डॉक्टर कहा और मेरी तारीफ की।

चीन से गये डॉक्टरों को उनके शानदार चिकित्सा कौशल के कारण विदेशों की सरकार ने और जनता ने प्रशंसा की। तंजानिया के जंजीबार के उपराष्ट्रपति ने कहा कि स्थानीय रोगी चीनी डॉक्टरों पर बहुत भरोसा करते हैं। उन्होंने कहाः

जंजीबार के रोगियों को चीनी डॉक्टरों पर बहुत विश्वास है, क्योंकि चीनी डॉक्टर रोगियों का बहुत ध्यान रखते हैं।

50 वर्षों से चीनी विदेशी सहायता चिकित्सा दल दक्षिण-दक्षिण सहयोग का मॉडल माना जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की महानिदेशक मार्गरेट के विचार में चीनी चिकित्सा दल ने विदेशों में चिकित्सा स्तर उन्नत करने के लिये योगदान दिया है। उन्होंने कहाः

मेरी अफ्रीकी देशों की यात्रा के दौरान मैंने देखा है कि चीनी चिकित्सा दल ने अफ्रीकी जनता को चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की हैं। उन्होंने न केवल चिकित्सा सेवा प्रदान की, बल्कि स्थानीय चिकित्सा कर्मियों के प्रशिक्षण से स्थानीय चिकित्सा स्तर को उन्नत किया है।

हाल में निम्न चिकित्सा स्तर के कारण अफ्रीकी देशों में लोगों की औसत आयु सिर्फ 50 तक पहुंची है। चीन भविष्य में अधिक चिकित्सा दल भेजेगा और अधिक श्रेष्ठ चिकित्सा प्रौद्योगिकी का निर्यात करेगा।

(रूपा)

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