भारत द्वारा स्वनिर्मित पहला विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत 12 अगस्त को समुद्र में उतरा।
भारत के बंदरगाह शहर कोचीन में आयोजित एक समारोह में भारतीय रक्षा मंत्री एंटनी ने हिस्सा लिया और बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस विमान वाहक पोत का समुद्र में उतरना एक मील का पत्थर साबित हुआ है। अभी तक विश्व में केवल पांच देश स्वतंत्र रूप से विमान वाहक पोत का निर्माण करने में सक्षम हैं। विक्रांत के साथ ही अब भारत छठा देश बन गया है।
भारतीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि विक्रांत को वर्ष 2018 में नौसेना को सौंपा जाएगा, फिर भी भारतीय नौ सेना के लिए यह एक ऐतिहासिक घटना है।
रिपोर्ट के अनुसार विक्रांत का वजन 40 हज़ार टन है, इसपर 2 टेकऑफ़ रन-वे और 2 लैंडिंग रन-वे हैं। विक्रांत पर लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर तैनात होंगे।
(श्याओयांग)