Web  hindi.cri.cn
ईरान के राष्ट्रपति रोहानी ने शपथ ली
2013-08-05 16:06:42

दोस्तो, ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति हसन रोहानी का शपथ ग्रहण समारोह 4 अगस्त को तेहरान में आयोजित हुआ। अपने भाषण में रोहानी ने कहा कि वे तनाव कम करने वाली रचनात्मक विदेश नीति अपनाएंगे। साथ ही कहा कि पश्चिमी देशों को प्रतिबंध हटाकर ईरान के साथ समानता से वार्ता करनी चाहिये। उधर ईरानी जनता ने यह आशा जतायी है कि रोहानी सरकार सत्ता संभालने के बाद वास्तविक बदलाव ला सकेगी।

4 अगस्त को दोपहर बाद ईरान के नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह संसद भवन में आयोजित किया गया। इसमें 50 से ज्यादा देशों के नेताओं, सरकारी अधिकारियों व उच्च प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चीनी संस्कृति मंत्री छाए वू चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के विशेष दूत के रूप में उपस्थित हुए। वर्ष 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद ईरान ने पहली बार विदेशी मेहमानों को नये राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने का आमंत्रण दिया। साथ ही इस मौके पर ईरान में संसद व न्यायिक विभाग समेत कई क्षेत्रों के प्रसिद्ध व्यक्ति भी मौजूद थे।

इससे एक दिन से पहले रोहानी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह सैयेद अली खामेनेइ से नियुक्ति पत्र हासिल किया। जिससे वे औपचारिक रूप से ईरान के 11वें राष्ट्रपति बने। रोहानी ने संसद भवन में सभी सांसदों व विधान संरक्षण कमेटी के सदस्यों से वादा किया। उन्होंने कहा, अल्लाह के नाम पर मैं राष्ट्रपति के रूप में पवित्र कुरान और ईरानी जनता के सामने अल्लाह को वादा करता हूं कि मैं राष्ट्रीय धर्म, इस्लामी गणराज्य की व्यवस्था और देश के संविधान की रक्षा करूंगा।

शपथ लेने के बाद रोहानी ने भाषण दिया। कूटनीति की चर्चा में रोहानी ने कहा कि नयी सरकार मुख्य तौर पर तनाव कम करने, आपसी विश्वास की स्थापना करने के साथ-साथ रचनात्मक नीति अपनाएगी। लेकिन किसी देश के साथ संबंधों में सुधार किया जाएगा या नहीं, यह उस देश के रुख व कार्रवाई पर निर्भर होगा।

रोहानी ने पश्चिमी देशों से ईरान के साथ वार्ता करने और प्रतिबंध हटाने की अपील भी की। उन्होंने कहा हालांकि प्रतिबंधों से ईरानी जनता को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है, लेकिन प्रतिबंध के चलते ईरान आत्मसमर्पण नहीं करेगा। उन्होंने कहा, ईरान के साथ संबंध रखने का एकमात्र तरीका है समानता से वार्ता करना, आपसी विश्वास की स्थापना करना, एक दूसरे का सम्मान और शत्रुता कम करना।

नियम के अनुसार नव निर्वाचित राष्ट्रपति को शपथ ग्रहण समारोह के बाद दो हफ्तों में संसद को मंत्रिमंडल के सदस्यों के उम्मीदवारों का सूची देनी होती है। पर रोहानी ने अपने भाषण के बाद यह सूची सौंपी। सूत्रों के अनुसार नये मंत्रिमंडल में पूर्व सरकार के कई मंत्री शामिल हैं। उनमें विदेश मंत्री के उम्मीदवार मुहम्मद जावाद ज़रिफ़ सेयेद मोहम्मद खातामी सरकार के उप विदेश मंत्री, संयुक्त राष्ट्र संघ स्थित स्थाई प्रतिनिधि, नाभिकीय वार्ता दल के सदस्य आदि पदों पर थे। ईरानी संसद एक हफ्ते में इस सूची पर मतदान करेगी।

ईरानी जनता को रोहानी सरकार से बड़ी उम्मीदें हैं। वरिष्ठ मीडिया कर्मी नासेरी ने कहा कि सभी लोगों को यह आशा है कि रोहानी नया बदलाव ला सकेंगे, बहुत मतदाताओं ने वर्तमान स्थिति को बदलने के लिये रोहानी को वोट दिए। उन्होंने कहा, मेरे ख्याल से लोगों ने बदलाव के लिये मतदान में भाग लिया। रोहानी को वोट ऐसे लोगों से मिले हैं, अगर जनता वर्तमान स्थिति से संतुष्ट होती, तो वे ज़रूर पूर्व राष्ट्रपति जैसे एक व्यक्ति को चुनती। क्योंकि जनता को बदलाव चाहिये, इसलिये उन्होंने मतदान में भाग लिया।

विश्लेशकों के अनुसार रोहानी को जल्द ही तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। ईरान में आर्थिक स्थिति गंभीर है, और सरकारी वित्तीय व्यवस्था भी कमज़ोर है। हालांकि पश्चिमी देश रोहानी का स्वागत करते हैं, लेकिन ईरान पर उनके द्वारा लगाये गये प्रतिबंध कम नहीं हुए हैं यहां तक कि और बढ़ गए हैं। रोहानी के लिए जीत की खुशी का समय समाप्त हो गया है, और चुनौती का सामना करने का समय शुरू हो चुका है।

चंद्रिमा

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040