पद ग्रहण समारोह के बाद उन्होंने कहा कि वर्तमान में श्रीलंका के सामने मौजूद विदेशों में अलगाववादियों के नये प्रमुख खतरे सामने आएंगे। इसके बाद उन्होंने श्रीलंका की थल सेना द्वारा हाल ही में प्राप्त उपलब्धियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सेना ने न सिर्फ़ संरचना,संख्या व उपकरण में बड़ी प्रगति हासिल की है, बल्कि उसकी विशेषता और प्रतिष्ठा को भी व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है। हम इस दिशा में और कोशिश करेंगे। इसके अलावा वे लगातार संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन कर्तव्य में श्रीलंका की भागीदारी को बढ़ावा देंगे।
चंद्रिमा