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पश्चिम प्रशांत महासागर में चीन का प्रशिक्षण सामान्य
2013-07-26 16:43:01

जापान ने आरोप लगाया है कि चीनी नौ सेना ने जापान के आसपास समुद्री क्षेत्र को पारकर पश्चिम प्रशांत महासागर में प्रशिक्षण किया है। इस पर चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कंग येन शंग ने 25 जुलाई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पश्चिम प्रशांत महासागर में चीनी नौ सेना के जंगी जहाजी बेड़े का प्रशिक्षण सामान्य है। जापान का यह बयान निराधार है। संबंधित समुद्री क्षेत्रों में चीनी नेविगेशन और स्वतंत्र उड़ान का कानूनी अधिकार है। कंग येन शंग ने कहा कि भविष्य में पश्चिम प्रशांत महासागर में चीन का प्रशिक्षण जारी रहेगा। आशा है कि संबंधित पक्ष इस पर वस्तुगत और सही रूख अपनाएंगे।

हाल में जापानी रक्षा मंत्री ने कहा कि चीनी सेना के एक पूर्व चेतावनी विमान ओकिनावा और मियाको द्वीप के आकाश में चक्कर लगाए। जापानी मीडिया ने कहा कि यह पहला मौका है जब चीनी सेना ने इस हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया। इस पर चीनी प्रतिरक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कंग येन शंग ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब चीनी नौ सेना के जहाज पश्चिम प्रशांत महासागर में गए हों। चीनी जंगी जहाज कई बार प्रशिक्षण के लिए वहां जाते रहते हैं। कंग येन शंग ने कहा

"चीनी नौ सेना के विमानों ने हाल में पश्चिम प्रशांत महासागर में प्रशिक्षण किया। यह नियमित योजना है, जो किसी देश और लक्ष्य के खिलाफ नहीं है। चीनी नौ सेना का प्रशिक्षण अन्तरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप है। संबंधित समुद्री क्षेत्रों में चीनी नेविगेशन और स्वतंत्र उड़ान का कानूनी अधिकार है।"

वहीं चीनी नौ सेना के पांच जंगी जहाजों ने चीन-रूस संयुक्त सैन्याभ्यास के बाद सोया स्ट्रेट को पारकर प्रशिक्षण किया। कुछ मीडिया संस्थाओं ने कहा कि चीनी नौ सेना के जहाजी बेड़े ने पहली बार जापानी द्वीप समूह के चारों ओर चक्कर काटे। इस पर कंग येन शंग ने कहा कि पश्चिम प्रशांत महासागर में चीनी नौ सेना के जंगी जहाजी बेड़ों का प्रशिक्षण सामान्य है। चीनी नौ सेना द्वारा जापान के आसपास समुद्री क्षेत्र को पारकर पश्चिम प्रशांत महासागर में प्रशिक्षण करने का बयान निराधार है। उन्होंने कहाः

"चीनी नौ सेना का पश्चिम प्रशांत महासागर में प्रशिक्षण अन्तरराष्ट्रीय कानून और नियमों के अनुरूप है। पश्चिम प्रशांत महासागर के संबंधित समुद्री क्षेत्रों में हर देश का नेविगेशन और स्वतंत्र उड़ान का अधिकार है। भविष्य में भी इस क्षेत्र में चीन का प्रशिक्षण जारी रहेगा। आशा है कि संबंधित पक्ष इस पर वस्तुगत और विवेकशील रूख अपनाएंगे।"

हाल में जारी रक्षा श्वेत पत्र में जापान ने कहा कि चीन बल-प्रयोग से वर्तमान स्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है। इस पर कंग येन शंग ने कहा कि जापान का यह बयान सच्चाई को भ्रमित करता है, जो गैर-जिम्मेदार है। जापान को अपनी गलत कार्रवाई का स्वयं आकलन करना चाहिए और वास्तविक कार्रवाई से पड़ोसी देशों और अन्तरराष्ट्रीय समुदाय को भरोसा दिलाने की ज़रूरत है।

कंग येन शंग ने कहा कि विदेशी सेनाओं के साथ संयुक्त सैन्याभ्यास की तैयारी सुचारू रूप से चल रही है। इस महीने के अंत में चीन और रूस शांति मिशन-2013 नामक आतंक विरोधी सैन्याभ्यास रूस के शेलयाबिंस्क में शुरू करेंगे। कंग येन शंग ने कहा कि चीन और रूस के 1500 से अधिक सैनिक वर्तमान अभ्यास में हिस्सा लेंगे।

इसके अलावा, कंग येन शंग ने यह कहा कि चीन अमेरिका के निमंत्रण पर "प्रशांत महासागर-2014" संयुक्त सैन्याभ्यास में भी भाग लेगा। पिछले मई में चीन ने सैन्याभ्यास की तैयारी बैठक में संबंधित मुद्दों पर अमेरिका के साथ संपर्क किया था।

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