19वें यहूदी खेल समारोह 18 जुलाई को येरूशलम में शुरू हुए। चीन की मुख्य भूमि व हांगकांग के 17 खिलाड़ियों ने चीन का राष्ट्रीय झंडा व हांगकांग प्रशासनिक क्षेत्र का क्षेत्रीय झंडा उठाकर उद्घाटन समारोह में भाग लिया। उनमें सबसे अधिक उम्र का खिलाड़ी 65 वर्ष का है, जबकि सबसे युवा सिर्फ 13 साल का है। वे फुटबाल, तैराकी, टेनिस, तलवारबाजी व तायक्वांडो आदि इवेंटों में भाग ले रहे हैं।
हांगकांग की ओर से मैच में भाग लेने वाले फुटबाल खिलाड़ी जैसन वेबर को उदघाटन समारोह में बहुत मज़ा आया। उन्होंने कहा, हम बहुत गर्व महसूस करते हैं। हर व्यक्ति ने हमसे पूछा कि क्या आप सचमुच हांगकांग से आये हैं?चीन से आये हैं?
यह सवाल अजीब नहीं लगा। क्योंकि हांगकांग के खिलाड़ी विदेशी जैसे दिखते हैं। वास्तव में वे विभिन्न देशों के हैं, लेकिन वर्तमान में वे हांगकांग में रहते हैं। कई लोग वित्त या कानून से जुड़े काम करते हैं। एक खिलाड़ी ने कहा, हम हांगकांग में काम करते हैं और जीवन बिताते हैं, क्योंकि यहां बहुत खुला माहौल है। हांगकांग चीन का एक द्वार जैसा है। विदेशी चीन के साथ बिजनेस करना चाहते हैं, और पेइचिंग व हांगकांग के अंतर्राष्ट्रीय बैंकरों व वकीलों को अपनी कंपनी के साथ जोड़ना चाहते हैं। वर्तमान में अधिक लोग चीन के विभिन्न व्यवसायों में पूंजी लगाते हैं। लोगों में चीन के साथ व्यापार करने का आत्मविश्वास है। उन्हें विश्वास है कि हांगकांग से वे चीन के बाजारों में प्रवेश कर सकेंगे। हांगकांग के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र व पूंजी निवेशकों के विश्वास को बरकरार रखने के लिये चीन ने बहुत अच्छा काम किया है।
इजराइल स्थित चीनी राजदूत काओ येन फिंग ने फुटबाल टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सात खिलाड़ियों के साथ बातचीत की। उन्हें आशा है कि वे चीन-इजराइल मित्रता के दूत बन सकेंगे। उन्होंने कहा, तमाम विदेशी लोगों के ख्याल से हांगकांग चीन की खिड़की जैसा है। हांगकांग से वे चीन में प्रवेश कर सकते हैं। इसलिये मुझे सच्चे दिल से आशा है कि आप लोग चीन व इजराइल के बीच मैत्रीपूर्ण सहयोग के लिये अपना योगदान दे सकेंगे। मुझे पता है कि इजराइल आप सभी के लिए एक सुन्दर मातृभूमि जैसा है। मुझे आशा है कि आप चीन को भी अपनी दूसरी मातृभूमि स्वीकार कर सकते हैं।
हांगकांग में वकील निल हयमन ने कहा कि हांगकांग के चीन में वापस लौटने के बाद दोनों के बीच सहयोग अधिक हो रहा है। उन्हें आशा है कि चीनी व यहूदियों के बीच ज्यादा घनिष्ठ संपर्क रखा जा सकेगा। उन्होंने कहा, हम चीनी व यहूदियों के बीच संपर्क को घनिष्ठ बनाने को अपना महत्वपूर्ण कर्तव्य मानते हैं। हम वहां काम करते हैं, जीवन बिताते हैं, और सीधे चीनियों के साथ संपर्क रखते हैं। आशा है कि हम चीनियों के साथ अच्छे संबंध रख सकेंगे। इसमें राजनीतिक कारण भी शामिल है। हमें आशा है कि हमारी मित्रता ज्यादा मजबूत हो सकेगी, और हम एक साथ व्यापार कर सकेंगे।
हालांकि इन यहूदियों के चीन में जीवन बिताते हुए 20 वर्ष हो चुके हैं। लेकिन उन्हें चीनी नहीं आती। पर उनके बच्चे चीनी भाषा सीख रहे हैं। इसकी चर्चा में हयमन ने कहा, हमारे विचार में हमारे बच्चों को चीनी भाषा सीखना पड़ेगी। हम भी ऐसा कर रहे हैं। वे तीन भाषाएं बोल सकते हैं, अंग्रेज़ी, हिब्रू व चीनी। वे अच्छी तरह से बोल सकते हैं, और चीनी भाषा सीखने का बड़ा शौक भी है। अगर आप उनकी चीनी का स्तर जानेंगे, तो आपको ज़रूर आशचर्य होगा। वे सचमुच बहुत अच्छी तरह से चीनी बोल सकते हैं।
लंबे समय से हांगकांग में रहने के कारण हांगकांग व चीन के प्रति उन यहूदियों का बहुत प्रेम है। इस बार के यहूदी खेल समारोह में वे चीन के लिये अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। फुटबाल मैच को लेकर खिलाड़ियों में बड़ा जोश है। उन्होंने कहा, कोई समस्या नहीं है। हम ज़रूर उन्हें हराएंगे। हम जीत हासिल करेंगे। चीन नहीं हारेगा।
हांगकांग में रहने वाले यहूदियों के अलावा इस 17 खिलाड़ियों समेत प्रतिनिधिमंडल में चीन की मुख्य भूमि में रह रहे यहूदी भी शामिल हैं। खिलाड़ियों ने यह आशा जताई है कि चार साल बाद आयोजित अगले यहूदी खेल समारोह में चीन की मुख्य भूमि में रहने वाले ज्यादा यहूदी इसमें भाग लेंगे।
चंद्रिमा