अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने तालिबान से हथियार छोड़कर सरकार के नेतृत्व वाली शांति प्रक्रिया की वार्ता में हिस्सा लेने की अपील की। करजई ने 9 जुलाई को रमज़ान के ऐलान के वक्त यह बात कही।
कुछ समय पूर्व अफगान तालिबान ने वक्तव्य जारी कर करजई सरकार द्वारा पेश शांति वार्ता के प्रस्ताव से इनकार करते हुए कहा था कि रमज़ान के दौरान नाटो की सेना और अफगान सरकार के खिलाफ हमले किए जाएंगे। करजई ने कहा कि रमज़ान शांतिपूर्ण ढंग से मनाना चाहिए। आशा है कि तालिबान हमले बन्द करेगा।
9 जुलाई की शाम पश्चिम अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में एक यात्री बस पर हमला किया गया, जिसमें 17 लोग मारे गए और अन्य 8 घायल हुए। पुलिस ने कहा कि बम हाल में तालिबान द्वारा तैयार किया गया था। उसी दिन अफगानिस्तान के अन्य प्रांत में हुए हमलों में 8 लोगों की मौत हुई, जिनमें 2 आम नागरिक शामिल थे।
नाटो की योजनानुसार विदेशी सेना 2014 के अंत से पहले अफगानिस्तान से हट जाएगी। अमेरिका सरकार ने 9 जुलाई को इसकी पुष्टि की कि अमेरिका 2014 के बाद अफगानिस्तान में सेना तैनात नहीं करेगा।
(ललिता)