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चीन और अमेरिका के बीच जल्द ही वार्षिक रणनीतिक और आर्थिक वार्ता आयोजित होने वाली है। इससे पहले दोनों देशों के अधिकारियों ने 8 जुलाई को वाशिंगटन में वेब सुरक्षा वार्ता आयोजित की। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन और अमेरिका देश की वेब सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त रूप से संबंधित नियम तैयार करेंगे। सुनिए विस्तार सेः
बताया जाता है कि वर्तमान वेब सुरक्षा वार्ता चार दिन तक चलेगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि वार्ता में दोनों पक्ष वेब सुरक्षा पर अपनी चिन्ताएं प्रस्तुत करेंगे और सहयोग की दिशा तय करेंगे।
चीनी जन विश्वविद्यालय के अमेरिका अध्ययन केन्द्र के प्रमुख शी यिन होंग ने कहा कि प्रिज्म मामले से चीन-अमेरिका वेब सुरक्षा वार्ता के लिए बेहतर वातावरण तैयार हुआ है। अमेरिका व्यवहारिक रवैये से चीन के साथ वार्ता करेगा।
चीन और अमेरिका सरकार द्वारा बढ़ावा देने की वजह से वेब सुरक्षा वार्ता का आयोजन हो सकेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग के साथ मुलाकात में दोनों ने वेब सुरक्षा मुद्दे पर चर्चा की। दोनों का समान विचार है कि चीन और अमेरिका को संदेह दूर कर सहयोग करना चाहिए।
चीनी अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन केन्द्र के शोधकर्ता यांग शी यू ने कहा कि वेब सुरक्षा वार्ता चीन और अमेरिका के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहाः
"चीन और अमेरिका के बीच सहयोग वेब चुनौतियों का सामना करने की मांग है। वेबसाइट को और सुरक्षित बनाना दोनों देशों के लिए लाभदायक है। दोनों देशों को सहयोग मजबूत करना चाहिए।"
यांग शी यू ने कहा कि वेब सुरक्षा के संबंध में चीन और अमेरिकी कार्य दल की स्थापना से दुनिया को एक अहम संकेत मिला है कि चीन और अमेरिका इस क्षेत्र में सहयोग करेंगे। यह न सिर्फ दोनों देशों की मांग है, बल्कि वैश्विक साइबर स्पेस की शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग भी है। यांग शी यू ने कहाः
"वेब सुरक्षा वार्ता में चीन और अमेरिका के दो प्रमुख कार्य हैं। पहला, वेब सुरक्षा की चुनौतियों के मुकाबले में दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य नियम बनाए जाएं। और दूसरा, संदेह छोड़कर आपसी विश्वास मजबूत किया जाए।"