वर्ष 2006 के जापान विश्व चैंपियनशिप और वर्ष 2008 के पेइचिंग ओलंपिक में चीनी टीम गियानाकिस के नेतृत्व वाली ग्रीक टीम से हारी। इसलिये गियानाकिस चीनी टीम की विशेषता खूब जानते हैं। उन्होंने कहा, मेरे ख्याल से उस समय चीनी पुरुष बास्केटबॉल टीम खेलते समय बहुत मजबूत नहीं थी, दबाव के सामने वे अच्छी तरह से नहीं खेल सकते थे। प्रतियोगिता में शारीरिक व मानसिक दोनों क्षेत्रों में एक बड़ी समस्या है। मैं इसमें सुधार करना चाहता हूं, ताकि खिलाड़ी शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से प्रतियोगिता में मुकाबला कर सकें। और प्रतियोगिता में वे ज्यादा धैर्य से खेल सकें, और उनकी क्षमता को बढ़ाएंगे, ताकि वे प्रतियोगिता में मौजूद हर स्थिति का सामना कर सकें।
यूरोपीय प्रशिक्षक के रूप में गियानाकिस के विचार में मजबूत टीम के साथ मुकाबला करने से प्रशिक्षण का सही परिणाम मिल सकेगा। उन्होंने कहा, अगर मैं चीनी पुरूष टीम के लिये योजना बना सकता हूं, तो मैं ज़रूर उन्हें विश्व में सबसे शक्तिशाली टीम के साथ खेलने का मौका दूंगा। क्योंकि अगर आपके प्रतिद्वंद्वी ज्यादा शक्तिशाली हैं, तो आप ज्यादा कोशिश करेंगे। और अपनी समस्या को ज्यादा अच्छी तरह से समझ सकेंगे।
पिछले प्रशिक्षक की अपेक्षा, प्रशिक्षण पर गियानाकिस के अपने विशेष तरीके हैं। वे प्रतियोगिता में शारीरिक मुकाबले पर ज्यादा ध्यान देते हैं, और सामूहिक सहयोग पर भी बल देते हैं। गियानाकिस ने कहा कि वे बहुत खुशी के साथ यह देखते हैं कि खिलाड़ी सक्रिय रूप से उनका समर्थन देते हैं। उन्होंने कहा, वे भी यह जानते हैं कि उनकी कुछ आदतें बहुत मुश्किल से बदलेंगी। पर मैंने यह देखा है कि वे पूरी कोशिश से इसे बदलना चाहते हैं। यह बहुत खुशी की बात है। लेकिन खेद की बात है कि चीनी बास्केटबॉल संघ द्वारा चुने गये 24 खिलाड़ियों में कुछ लोग अभ्यास में भाग नहीं ले सकते। इसलिये हमारा अनुमानित परिणाम शायद कम होगा।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ 14 जून को आयोजित अंतिम प्रतियोगिता में चीनी टीम में सभी युवा खिलाड़ी थे, और उन्होंने इसे जीत लिया। यह चार प्रतियोगिताओं में उनकी दूसरी जीत है। कोच ने कहा, मेरे ख्याल से युवा खिलाड़ियों की क्षमता बहुत बड़ी है। उनकी शारीरिक गुणवत्ता बहुत अच्छी है। मुझे विश्वास है कि उनकी क्षमता और उन्नत होगी। मैंने केवल उन्हें कुछ मौके दे दिये हैं। ताकि प्रतियोगिता में वे अच्छी तरह से अपने आपको दिखा सकें और उन्हें ज्यादा समय व प्रतिस्पर्द्धा का माहौल चाहिये।
गियानाकिस ने कहा कि वे पेइचिंग में आराम से जीवन बिता रहे हैं। वे और उनके परिजनों को चीनी भोजन बहुत पसंद हैं। ब्राजील ओलंपिक तक वे अपनी पूरी कोशिश से चीनी पुरुष टीम को प्रशिक्षण देंगे।
चंद्रिमा