चीनी तिब्बत-विद्या विशेषज्ञों के प्रतिनिधि मंडल ने 8 से 12 जून तक इटली की यात्रा की।
प्रतिनिधि मंडल की अध्यक्षा, चीनी तिब्बत-विद्या प्रकाशन ब्यूरो की जनरल संपादक पी ह्वा ने प्रकाशन ब्यूरो की ओर से ट्रेंटो विश्वविद्यालय के मार्टिनो मार्टिनी कोष के साथ प्रारंभिक सहयोग करने पर सहमती बनाई, जिसके तहत दोनों पक्ष तिब्बती इतिहास और सामाजिक विकास के अनुसंधान में अकादमिक सहयोग करेंगे। दोनों पक्षों के बीच आयोजित अकादमिक संगोष्ठी में प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने इतालवी व्यक्तियों के प्रश्नों का उत्तर किए।
पी ह्वा ने कहा कि लम्बे समय में वास्तविक तथ्यों से पता चलता है कि जातीय क्षेत्रीय स्वशासन व्यवस्था तिब्बत के विकास के अनुकूल है। आंकड़ों से पता चलता है कि तिब्बत के अधिकांश नागरिक सरकार द्वारा लागू की जा रही निवास परियोजना, गांवों में न्यूनतम जीवन गारंटी, कृषि और पशुपालन क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था पर संतुष्ट हैं। देश में संविधान और कानून की रक्षा में तिब्बती नागरिकों के धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता की पूरी गारंटी मिल जाती है। तिब्बत परिपक्व अंतरराष्ट्रीय अनुभव सीखते हुए अपने सांस्कृतिक संरक्षण कार्य को जोर देगा।
मार्टिनो मार्टिनी कोष के अध्यक्ष रिकॉर्डो स्कार्टेज़िनी ने संगोष्ठी में आशा जताई कि भविष्य में दोनों पक्ष अकादमिक सहयोग मज़बूत करेंगे, ताकि तिब्बत की संस्कृति और इतिहास पर अनुसंधान किया जा सके और तिब्बत की वास्तविक स्थिति समझाने के लिए अधिक अवसर दिया जा सके। (श्याओ थांग)