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चीन में अनुप्रयोक्त अंतरिक्ष उड़ान का नया अध्याय जुड़ा
2013-06-12 16:43:47

चीन का शनचो-10 समानव अंतरिक्ष यान 11 जून को तीन अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उत्तर-पश्चिम चीन के च्योछ्वान प्रक्षेपण केन्द्र से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया, जिससे चीन में अनुप्रयोक्त अंतरिक्ष उड़ान का नया अध्याय जुड़ गया है।

11 जून की शाम 5 बजकर 38 मिनट पर भारी गरज के साथ चीन के छांगचङ नंबर दो श्रृंखला के एफ राकेट से शनचो-10 अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण किया गया। चीनी अंतरिक्ष यात्री न्ये हाईशंग, चांग श्याओक्वांग और वांग याफिंग शनचो-10 के साथ अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए।

प्रक्षेपण के करीब 20 मिनट बाद चीनी समानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना के जनरल कमांडर चांग योश्या ने घोषणा की कि शनचो-10 अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण सफल रहा।

"पेइचिंग एयरोस्पेस नियंत्रण केन्द्र की रिपोर्ट के अनुसार शनचो-10 अंतरिक्ष यान सटीक रूप से निश्चित कक्षा में दाखिल हो गया। उड़ान ग्रुप की स्थिति अच्छी है। शनचो-10 अंतरिक्ष यान का प्रक्षेपण सफल रहा।"

शनचो-10 के प्रक्षेपण से 10 साल पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री यांग लीवेई ने शनचो-5 के साथ अंतरिक्ष की कक्षा में प्रवेश किया, इसके साथ ही ये लोग अंतरिक्ष में जाने वाले पहले चीनी अंतरिक्ष यात्री बन गए। इन 10 वर्षों में कुल 10 चीनी अंतरिक्ष यात्री शनचो अंतरिक्ष यान के साथ अंतरिक्ष में प्रवेश हो चुके हैं, जिनमें दो महिलाएं भी हैं।

शनचो-10 के रवाना होने से पहले चीनी राष्ट्राध्यक्ष शी चिनफिंग ने च्योछ्वान प्रक्षेपण केन्द्र में जाकर तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को विदा किया। शी चिनफिंग ने कहाः

"शनचो-10 चीन की समानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना का पांचवां अभियान है, जिससे हमारे देश का अंतरिक्ष स्वप्न जुड़ा हुआ है। सभी चीनी आप लोगों पर गौरव महसूस करते हैं। यह मिशन शानदार और पवित्र है। हम आपको सफलता के साथ वापस लौटने की बधाई देते हैं और आपकी प्रतीक्षा करते हैं।"

शनचो-10 अभियान अंतरिक्ष में 15 दिनों तक चलेगा, जो चीन के इतिहास में सबसे लम्बे समय की उड़ान होगी। कक्षा में जाने के बाद उसकी थ्यैनकुंग-1 अंतरिक्ष यान के साथ दो बार डॉकिंग होगी। दोनों अंतरिक्ष यान एक बार स्वचालित रूप से और एक बार अंतरिक्ष यात्रियों के हाथों द्वारा जोड़े जाएंगे। यौगिक रूप के उड़ान के समय तीन अंतरिक्ष यात्री थ्यैनकुंग-1 में प्रवेश कर व्यापक चिकित्सा और तकनीक का परीक्षण करेंगे और अंतरिक्ष शिक्षा भी देंगे।

उड़ान ग्रुप में शामिल महिला अंतरिक्ष यात्री वांग याफिंग चीन की पहली अंतरिक्ष शिक्षा प्रस्तोता बनेंगी। वे स्कूली बच्चों के साथ जादुई अंतरिक्ष का अन्वेषण करने और प्रसन्नता पूर्वक समय बिताने की अपेक्षा में हैं। वांग याफिंग का कहना हैः

"इस बार की अंतरिक्ष शिक्षा चीन का पहला ऐसा कार्यक्रम होगी, जिसमें हम लोगों को भारहीन वातावरण में आकर्षक भौतिक स्थिति से अवगत कराएंगे। हम अंतरिक्ष शिक्षा में मिलेंगे।"

ध्यानाकर्षक बात यह है कि शनचो-10 के प्रक्षेपण से चीन में अनुप्रयोक्त अंतरिक्ष उड़ान का नया अध्याय जुड़ गया है। यह रूस के सोयुज अंतरिक्ष यान के अलावा दुनिया में एकमात्र व्यवस्था है, जो अंतरिक्ष और भूमि के बीच लोगों और सामग्रियों के माध्यम से संपर्क बनाए रखेगी। चीन की समानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना की प्रवक्ता वू फिंग ने कहा कि शनचो-10 चीन में अनुप्रयोक्त अंतरिक्ष उड़ान का नया अध्याय जुड़ेगा, जो शनचो-8 और शनचो-9 के परीक्षण उड़ान से अलग है। उनका कहना हैः

"शनचो-8 और शनचो-9 की उड़ान में अंतरिक्ष यान और राकेट की तकनीक की पुष्टि की गई है। अब अंतरिक्ष यान, राकेट की क्षमता और बढ़िया और सुरक्षित हो गई है। कहा जा सकता है कि शनचो अंतरिक्ष यान और छांगचङ नंबर दो श्रंखला के एफ राकेट से गठित परिवहन व्यवस्था अनुप्रयोक्त उड़ान के दौरे से गुजर रही है।"

गौरतलब है कि चीन की समानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना 1992 में शुरू हुई थी। अब तक अंतरिक्ष और भूमि के बीच आने-जाने, अंतरिक्ष में यान के बाहर जाने और डॉकिंग आदि कुंजीभूत तकनीक में प्रगति हुई है। भविष्य में चीन और ज्यादा समानव अंतरिक्ष यानों का प्रक्षेपण करेगा और 2020 में अंतरिक्ष में अपने स्टेशन की स्थापना करेगा।

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