पाक प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने 8 जून को जर्मन विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान कहा कि पाकिस्तान अपने कबाइली क्षेत्र में अमेरिका के मानव-रहित विमानों के हमलों का विरोध करता है। यह पाकिस्तान की प्रभुसत्ता का ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन भी है।
इसी दिन कुछ समय पूर्व शरीफ़ ने पाकिस्तान स्थित अमेरिकी दूतावास के अस्थाई राजदूत रिचर्ड होगलैंड को बुलाकर इस मसले पर कड़ा विरोध जताया। और कहा कि अमेरिका को ड्रोन हमलों की रणनीति बदलनी चाहिए। पाक सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की और कहा कि इस कार्रवाई से पाकिस्तान की प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता का उल्लंघन हुआ है। साथ ही कहा कि इसका असर पाक-अमेरिका संबंध पर पड़ेगा। पाकिस्तान का विचार है कि क्षेत्रीय स्थिरता के बनाए रखने के लिए अमेरिका को मानव-रहित विमानों के हमले बंद करने होंगे।
(श्याओ थांग)